जगदलपुर: बस्तर ज़िले के विकासखण्ड बकावंड के ग्राम सानदेवड़ा के गोठान में हरेली तिहार मनाया गया और गौमुत्र ख़रीदी की शुरुआत की गई। ज़िले के दस गोठान में गोमूत्र ख़रीदी प्रारंभ किया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि गौमूत्र ग्रामीणों की आर्थिक समृद्धि का आधार बनेगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने में इस योजना की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गोबर के साथ ही अब गौमूत्र की खरीदी भी की जा रही है। गौमूत्र से जीवामृत जैसी जैविक कीटनाशक के साथ ही विभिन्न प्रकार की औषधियों का निर्माण किया जाएगा। इससे ग्रामीणों को सीधे रोजगार प्राप्त होगा।
उन्होंने ग्रामीणों को गोबर के साथ ही गौमूत्र को भी गोठान में बेचने की अपील की। गोठान से गोबर वर्मी कम्पोस्ट और गौमूत्र कीटनाशक के रूप वापस ग्रामीणों को मिलेगा। ग्रामीण शासन की योजनाओं से जुड़कर लाभ लें। वनांचल क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग खेती में कर मृदा का स्वास्थ्य में सुधार करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गोठान का निर्माण पशुधन की सुरक्षा के लिए किया गया था, बाद में इसमें गोबर ख़रीदी प्रारम्भ किया गया और अब गौमूत्र की ख़रीदी प्रारम्भ की गई है। गोठान को रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित कर ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गोठान में गोबर ख़रीदी कर महिला समूह वर्मी कम्पोस्ट बनाकर बेच रही है और आर्थिक रूप से मजबूत हो रही है। कलेक्टर ने कार्यक्रम में सभी को हरेली तिहार और पाटजात्रा की शुभकामनाएँ दी और पहली बार गेड़ी चढ़ाने के आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को जनपद अध्यक्ष सुखदेई बघेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रोहित व्यास और जिला पंचायत सदस्य कश्यप ने सम्बोधित किया।
गोठान में गौमूत्र ख़रीदी के प्रारम्भ के अवसर पर चार हितग्राहियों से 22 लीटर गौमूत्र ख़रीदा गया। साथ ही गौमूत्र की गुणवत्ता का पशुधन विभाग के द्वारा परीक्षण भी किया गया। कार्यक्रम में महिला समूह ने अतिथियों को पारंपरिक छत्र से सम्मानित किए और अतिथियों ने परिसर में पौधारोपण भी किया।
इस अवसर पर ग्राम सरपंच, एसडीएम बस्तर, सीईओ जनपद, तहसीलदार बकावंड सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।