बलरामपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के अधिकारों, लाभ एवं मजदुरी भुगतान संबंधी जागरूकता एवं समुचित लाभ दिलाने के उद्देश्य से प्रति माह की 7 तारीख को श्रमिकों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ रोजगार दिवस मनाया जाता है। कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव के निर्देशानुसार विकासखण्ड राजपुर एवं वाड्रफनगर के ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। रोजगार दिवस में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के मूलभूत प्रावधानों के साथ-साथ कोविड टीकाकरण कराने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क का उपयोग करने, कार्य के दौरान एक दूसरे के औजार को न छूने एवं अन्य सावधानियों पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। रोजगार दिवस का आयोजन श्रमिकों के साथ मनरेगा कार्य स्थल पर ही किया गया, इसमें मैदानी अमलों, तकनीकी सहायक बीएफटी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, मनरेगा के मेट द्वारा सक्रिय सहभागिता निभायी गई। शासन के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा व बाड़ी के विकास में सहभागिता, गोधन न्याय योजना से पशुपालकों को हो रहे लाभ, महिलाओं के कानूनी अधिकारों, महिला मेट का चयन कर महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने हेतु सम्पूर्ण जानकारी दिया गया। विकासखण्ड राजपुर में रोजगार दिवस के दौरान महात्मा गांधी नरेगा के तकनीकी सहायक, बीएफटी, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, मेट एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा कार्यस्थल पर श्रमिकों के साथ मनरेगा अंतर्गत रोजगार प्राप्ति के 15 दिवस के भीतर मजदूरी भुगतान प्राप्त करने, जॉब कार्ड बनवाने, रोजगार की मांग के साथ 100-150 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया। रोजगार दिवस के आयोजन से श्रमिकों में जागरूकता बढ़ी है तथा रोजगार में नियोजित होकर आमदनी प्राप्त करने में अपनी रूचि दिखा रहे हैं। वर्तमान मेें जनपद पंचायत राजपुर में 15 हजार 777 सक्रिय पंजीकृत जॉबकार्ड धारी तथा 28675 सक्रिय पंजीकृत श्रमिक हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 8 हजार 910 जॉब कार्ड धारियों में से 14 हजार 689 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है तथा 3 लाख 45 हजार 92 मानव दिवस सृजित किये गए हैं, साथ ही 272 परिवारों को 100 दिवस रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है।
जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों ने बताया गया कि प्रति माह के 7 तारीख को मनरेगा अंतर्गत रोजगार दिवस का आयोजन किया जाता है, इसका मुख्य उद्देश्य मनरेगा के प्रावधानों को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना एवं उसका अधिक से अधिक लाभ स्थानीय ग्रामीण प्राप्त करें इस आशय से किया जाता है। मुख्य कार्यपालन अधिकारियों ने समस्त श्रमिकों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपील किया है कि मनरेगा अंतर्गत प्रत्येक ग्रामों में पर्याप्त श्रम मूलक कार्य उपलब्ध हैं, अतः अधिक से अधिक श्रमिक मनरेगा अंतर्गत कार्य की मांग कर स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त करें।