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छत्तीसगढ़।सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक नगरची भवन, भैरव नगर रायपुर में सम्पन्न हुआ। सर्वसम्मति से अध्यक्ष सोहन पोटाई के आव्हान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश में अपने 9 सूत्रीय संवैधानिक मांगों के लिए 19 जुलाई 2021 से सितम्बर 2021 तक ब्लाक स्तरीय धरना प्रदर्शन चक्काजाम एवं महाबंद किया गया था। शासन-प्रशासन के द्वारा अभी तक कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया न ही कोई आश्वासन मिला है। 9 सूत्रीय मांग के साथ ऐसा कानून का नियम अनुसूचित क्षेत्र में नगर पंचायत से ग्राम पंचायत बनाये जाने मात्रात्मक त्रुटि को सुधार, सहायक शिक्षक के मांगों का समर्थन, आदिवासी समाज के उच्चाधिकारियों (IAS, IPS, IFS) में बहुतायात लोगों को लूपलाईन में रखा गया है। उचित जगह पदस्थापना इन विषयों को लेकर उपस्थित समाज प्रमुख एवं जिलाध्यक्षों में 19 फरवरी 2022 को प्रदेश के राजधानी रायपुर में हुंकार रैली एवं सभा का प्रस्ताव पारित किया।10 दिसम्बर 2021 वीर मेला आयोजन स्थल राजाराव पठार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश के राज्यपाल के लिए असम्मानजक शब्दों का प्रयोग किया जिसके लिए सर्व आदिवासी समाज के उपस्थित लोगों ने निंदा प्रस्ताव लाया । आदिवासी महापंचायत 9 दिसम्बर 2021 के प्रस्ताव अनुरूप समस्त विषयों पर रणनीति एवं प्रदेश के धरोहर बुढ़ातालाब के अस्तित्व एवं आस्था के लिए प्रदेश व्यापी बुढा ( पुरखा) यात्रा का प्रस्ताव पारित किया गया।प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में  संरक्षक अरविंद नेताम,  नंदकुमार साय , अध्यक्ष सोहन पोटाई, बी.एस. रावटे, आर. एन. साय, विनोद नागवंशी,  सविता साय, सुभाष परते, रूपेन्द्र नागरची, फणिन्द्र भोई, महेश रावटे, मायाराम नागवंशी, रामप्रसाद मरकाम, मानक दरपट्टी, रमेशचन्द्र श्याम, उमेंदी गंगराले, बंगाराम सोरी, बी.एस. नागेश, अमृत मरावी, मोतीलाल पैंकरा, बृजमोहन सिंह, नरेन्द्र ध्रुव, कंदर्प सिदार, संतराम ध्रुव, दीनु नेताम आदि उपस्थित थे।

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