अंबिकापुर। सरगुजा में कोविड के नए वेरियंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए मंगलवार को जिले में संचालित निजी नर्सिंग होम अस्पताल एवं समस्त कोविड-19 संचालित निजी अस्पतालों का बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर संजीव कुमार झा के नेतृत्व में किया गया उक्त बैठक में कोविड-19 के संभावित तीसरे लहर से बचाव की समीक्षा किया गया जिसके अंतर्गत सभी कोविड-19 संचालित अस्पताल जिसमें जीवन ज्योति लाइफ लाइफ होली क्रॉस शिशु मंगलम एकता हॉस्पिटल केडी हॉस्पिटल लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल में उपलब्ध कोविड-19 बिस्तर की संख्या में बढ़ोतरी के साथ पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में आईसीयू बेड की व्यवस्था एवं पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेटर की व्यवस्था का समीक्षा किया गया वर्तमान में जिले में कुल 210 निजी अस्पताल में कोविड-19 के बिस्तर उपलब्ध होना बताया गया जिसके अंतर्गत सामान्य बिस्तर ऑक्सीजन बेड 102 एच डीयू बेड 28 आईसीयू बेड 71 एवं 26 वेंटीलेटर उप कोविड-19 निजी अस्पतालों में दो नए अस्पतालों द्वारा संचालन के लिए अनुमति चाहा गया जिसके अंतर्गत प्रकाश हॉस्पिटल एवं माता राज रानी हॉस्पिटल द्वारा अनुमति की मांग चाही गई साथ ही इन सभी अस्पतालों में बिस्तरओं की संख्या को अधिकतम रखे जाने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं सभी अस्पतालों का यह भी निर्देशित किया गया कि सभी अस्पतालों की कोविड-19 बेड की उपलब्धता की जानकारी के लिए दिए गए प्रशिक्षण अनुसार आवश्यक रूप से शासन की वेबसाइट पर नियमित रूप से रूप से एंट्री किया जावे साथ ही सभी अस्पतालों को यह निर्देश दिए गए कि ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान कार्ड का प्रयोग निजी अस्पतालों में हो सके जिससे जिससे लोगों को आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना ना करना पड़े कोविड-19 के उपचार के दौरान किसी भी मरीजों से अनावश्यक अधिक शुल्क अथवा कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन करने के साथ ही उनको रेफर उनका ट्रीटमेंट के लिए निर्देशित किया गया एवं समय पर इन सभी की रिपोर्ट जिला कार्यालय की आईडीएसपी यूनिट को भेजने के कहा गया अंबिकापुर शहर में ऑक्सीजन प्लांट सहित संचालित दो अस्पताल जीवन ज्योति एवं होली क्रॉस अस्पताल से उनके ऑक्सीजन प्लांट संचालन के संबंध में जानकारी ली गई अस्पताल संचालकों के द्वारा अस्पतालों में एंटीजन टेस्ट एवं उसके किट के उपयोग से संबंध में अनुमति एवं उसके उपयोग के प्रशिक्षण के लिए के लिए प्रस्ताव रखा गया था जिस पर विभाग द्वारा समिति दी गई है *बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि टीका लगे हुए मरीजों को 10% का डिस्काउंट उपचार के दौरान दिया जाएगा एवं ऐसे मरीज या व्यक्ति जिनके द्वारा टीकाकरण नहीं कराया गया है उन्हें अस्पताल के प्रवेश पर टीकाकरण के बाद ही अनुमति दी जाएगी। साथ ही साथ ही टीकाकरण की गति को अधिक से अधिक बढ़ाए जाने को लेकर के सभी निजी अस्पतालों को अपने प्रिसक्रिप्शन पद पर इसके प्रचार एवं लाभ के प्रचार प्रसार के लिए सहयोग हेतु अपील की गई।बैठक में नोडल अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता, कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम, एसपी सरगुजा एवं सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता नर्सिंग होम प्रभारी अनिल कुमार दास एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।