नई दिल्ली, एजेंसी। राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम आई आंधी और वर्षा ने जमकर तबाही मचाई। 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा ने भयंकर रूप दिखाया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्ष 2018 के बाद से दिल्ली में ‘गंभीर’ तीव्रता का यह पहला तूफान है। देश में मानसून के प्रवेश के पहले ही राजस्थान से लेकर बांग्लादेश तक बनी ट्रफ लाइन कमाल दिखा रही है। इसका असर बिहार में भी दिखने वाला है। बिहार के अधिसंख्य जिलों में अगले 24 घंटे में तेज आंधी के साथ बारिश होने के आसार हैं। पूर्वी बिहार के कुछ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहां लोगों को सावधान रहने को कहा गया है।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के पास आ रहा है और यह तीन दिनों तक बना रहेगा और पहाड़ियों तक सीमित रहेगा। हालांकि, पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान और हरियाणा के कुछ हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से उत्तर पश्चिमी भारत से लेकर पूर्वी भारत तक एक ट्रफ रेखा चल रही है।
उत्तर भारत की पहाड़ियों में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित कुछ बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम की ये गतिविधियां बहुत तीव्र नहीं होंगी लेकिन कम से कम 2 से 3 दिनों तक जारी रहेंगी।
इन राज्यों में बारिश की संभावना
स्काईमेट वेदर के मुताबिक आज लक्षद्वीप, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक स्थानों पर भारी बारिश संभव है। बाकी पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, उत्तर पूर्वी बिहार और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा और कोकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।
दिल्ली में क्यों आई आंधी-तूफान
मौसम विभाग ने इसके लिए उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान पर सक्रिय एक पश्चिमी विक्षोभ को जिम्मेदार ठहराया है, जिससे चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों में और अधिक रुक-रुककर गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।