नई दिल्ली। उत्तर और हरियाणा के एनसीआर के शहरों की तरह राजधानी दिल्ली में भी पेट्रोल और डीजल सस्ता हो सकता है। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने बुधवार सुबह कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में पेट्रोल और डीजल पर वस्तु और सेवाकर (Value Added Tax) कम करने का निर्णय लिया जा सकता है। दरअसल, दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के शहरों में वैट कम होने के चलते पेट्रोल और डीजल की कीमत में प्रति लीटर 5 रुपये का अंतर आ चुका है। ऐसे में दिल्ली की जनता का भी पेट्रोल और डीजल पर से वैट घटाने का दबाव है। अगर दिल्ली सरकार पेट्रोल और डीजल पर से वैट घटाती है तो तेल के दामों में 5-10 रुपये तक कमी आ सकती है।
बता दें पिछले महीने ही पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने मकसद से केंद्र सरकार ने शुल्क में कटौती की घोषणा की थी। इसके बाद हरियाणा, यूपी और राजस्थान समेत तमाम राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कम कर दिया था, लेकिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अभी तक पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में कोई कटौती नहीं की है।
गौरतलब है कि दिल्ली पेट्रोल-डीजल डीलर्स एसोसिएशन ने भी पिछले महीने अरविंद केजरीवाल से पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग की थी। इसके लिए बाकायद पत्र भी लिखा था और कहा था कि इससे दिल्ली के डीलरों को खासा नुकसान हो रहा है। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पेट्रोल और डीजल पर वैट को कम करने के संकेत दे दिए थे।
पिछले दिनों एक निजी कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था- ‘हम जल्द ही पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को कम करेंगे. इसको लेकर कैल्कुलेशन जारी है, हमारे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इस कार्य को देख रहे हैं जल्द ही निर्णय लेकर इसकी घोषणा की जाएगी।’