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कुसमी और शंकरगढ़ में वन विभाग द्वारा कैंपा योजना के तहत 40 लाख की लागत से ग्राम धनेशपुर  के छुराकोना और जारगिम के जुड़वानी में बनाया जा रहा तालाब


बलरामपुर, कुसमी।
बलरामपुर जिले सहित कुसमी व शंकरगढ़ वन परिक्षेत्र अंतर्गत विभाग ने कैंपा योजना तहत तालाब निर्माण का कार्य मजदूरों से ना कराकर जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है। तालाब निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। विभाग द्वारा कार्यस्थल पर सूचना पटल भी नहीं लगाया गया है। इससे ग्रामीणों को तालाब की लागत, योजना का कार्य और तालाब की लंबाई, चौड़ाई एवं गहराई कितनी है, इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। 40 लाख का तालाब बन रहा है 5 लाख रुपए में जिम्मेदार विभाग बेपरवाह घोटाला कराने में लगें हुए हैं। निर्माण कार्य स्थल पर 15 जेसीबी मशीन व 12 ट्रैक्टर लगाया गया है।

वन विभाग द्वारा कुसमी के ग्राम धनेशपुर के छुराकोना और शंकरगढ़ के ग्राम पंचायत जारगिम के जुड़वानी में 40- 40 लाख के लागत से तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। तालाब निर्माण में विभाग मजदूरों को रोजगार न देकर जेसीबी मशीनों से निर्माण कार्य धड़ल्ले से करवाया जा रहा है। विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को अंधेरे में रखकर उन्हें काम नहीं दिया गया है। लाखों रूपए की लागत से तालाब निर्माण कार्य में भी नियमों और गाइडलाइन की भी जमकर अनदेखी की जा रही है। जबकि एक तरफ जहां शासन-प्रशासन कोरोना की तीसरी लहर में मजदूरों को उनके ही गांव में ज़्यादा से ज़्यादा काम देने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर विकासखंड में तालाबों का निर्माण जेसीबी मशीन के जरिए कराया गरीब व मजदूरो का हक छिना जा रहा है।ग्रामीणों का आरोप है कि मशीनों से कार्य होने के कारण उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्हें काम के संबंध में जानकारी भी नहीं दी जा रही है। 

केंद्र सरकार के आदेश की अवहेलना
वन परिक्षेत्र में जंगली जानवरों के पानी के इंतजाम के लिए तालाब की खुदाई का कार्य नियम क़ानून को ताक में रखकर किया जा रहा है। जबकि केंद्र सरकार के आदेशानुसार कैंपा योजना के तहत कार्य ग्रामीणों को रोजगार मुहैया कराना था। परंतु वन विभाग के अधिकारियों द्वारा तालाब निर्माण कार्य को जेसीबी मशीन से कराया गया। कार्य के दौरान वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद नहीं है। वही ग्रामीणों ने तालाब खुदाई के स्थल चयन पर भी सवाल उठाए हैं।


क्या कहते हैं अधिकारी
बांध बड़ा है लेबर से नही हो पायेगा। बाकी बोल्डर पिचिंग का काम लेबरों से लिया जाएगा।
काली राम, रेंजर वन परिक्षेत्र कुसमी।
मामला प्रकाश में आया है निर्माण स्थल का निरीक्षण कर ग़लत पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी।विजय भूषण केरकेट्टा, एसडीओ राजपुर-कुसमी।

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