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अंबिकापुर।अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए नेतागण किस हद तक गिर सकते हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बतौली विकासखण्ड के बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बतौली में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों को परीक्षा के दिन बहला-फुसलाकर बीजेपी के नेता द्वारा विद्यार्थियों से 22 फरवरी को चक्का जाम करवाया गया जबकि उस दिन विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं थी जैसे ही कलेक्टर संजीव कुमार झा को इस बात का पता चला तो उन्होंने दो से तीन बार बीजेपी के नेता को समझाइश भी दी कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें अगर वह प्रायोगिक परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे तो उनका 1 साल संपूर्ण बर्बाद हो जाएगा लेकिन नेताजी अपना नेतागिरी कर रसूख और अपने क्षेत्र में अपना दबदबा दिखाने के लिए इतना बेचैन थे कि उन्होंने ना तो विद्यार्थियों के भविष्य क्या ख्याल किया और ना ही कलेक्टर की बात का उन्होंने अपनी नेतागिरी चमकाना जरूरी समझा जिसका हर्जाना अपनी प्रायोगिक परीक्षा छोड़ कर उस चक्का जाम में सम्मिलित हुए 372 विद्यार्थियों को अपना 1 साल बर्बाद करके भरना पड़ेगा यह कोई बताने की बात नहीं है कि शिक्षा विद्या का मंदिर होता है जहां विद्यार्थियों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दी जाती है ताकि उनके आने वाला भविष्य उज्जवल रहे और वह आगे चलकर देश का नाम रोशन करें पर आजकल स्कूल कॉलेजों में कुछ इस तरह के उद्दंड नेता भी आ गए हैं जो अपनी नेतागिरी चमकाने के चक्कर में बच्चों के भविष्य तक से खिलवाड़ करने से नहीं रुक रहे परिजनों को सलाह है कि नेतागिरी में ना पढ़कर बच्चों के उज्जवल भविष्य पर ध्यान देने का कष्ट करें बहरहाल विद्यार्थियों द्वारा जाम में शामिल होकर विद्यालय की अनुशासन को भंग किया गया। कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्रों द्वारा प्रायोगिक एवं प्रयोजना कार्य को छोड़कर उक्त चक्का जाम में शामिल होने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा 372 विद्यार्थियों को प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुपस्थित किया गया है एवं इसकी सूचना सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर को दे दी गई है। इस आधार पर इन्हें इस वर्ष के प्रायोगिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण माना जायेगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि उक्त कार्यवाही के लिए सम्पूर्ण जिम्मेदारी विद्यार्थियों की है एवं विद्यालय के अनुशासन भंग करने के कारण उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जाएगी। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी सरगुजा ने जिले के विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सचेत किया है कि किसी प्रकार की अनुशासनहीनता का कार्य न करें एवं विद्यालय के अनुशासन एवं गरिमा को बनाए रखते हुए आगामी 02 मार्च 2022 से आयोजित बोर्ड परीक्षा वर्तमान में संचालित होने वाली उपचारात्मक शिक्षण परीक्षा, बालिका अभिरुचि परीक्षा, विज्ञान एवं गणित ओलम्पियाड परीक्षा एवं अन्य परीक्षाओं का ध्यान में रखते हुए अपने अध्ययन पर केन्द्रित हो।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि उत्कृष्ट विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के द्वारा इस आशंका पर कि हिन्दी माध्यम विद्यालय बंद किया जा रहा है। स्थानीय कुछ लोगों के साथ 21 फरवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम में शामिल होकर विद्यालय के अनुशासन को भंग किया। कोविड-19 के प्रभाव के कारण वर्तमान सत्र में भी विद्यालयों का संचालन बाधित रहा ऐसी स्थिति में बोर्ड की कक्षाओं का प्रयोजना एवं प्रायोगिक कार्य समय पर सम्पादित नहीं हो सके जिन्हें 28 फरवरी 2022 तक पूर्ण किया जाना है इसी आधार पर विद्यालय के द्वारा प्रायोगिक की समय-सारणी में 21 फरवरी को 12वीं भौतिक शास्त्र एवं पशुपालन की प्रायोगिक परीक्षाएं आयोजित की गई थी एवं 10वी गणित एवं 12वीं इतिहास, अर्थशास्त्र के प्रयोजना की परीक्षा भी आयोजित थी। कल के गैर कानूनी चक्का जाम में कक्षा 10वीं के 169 एवं कक्षा 12वीं इतिहास अर्थशास्त्र, भौतिक शास्त्र एवं पशुपालन विषय में अध्ययनरत 203 विद्यार्थी चक्का जाम में शामिल रहे जिन्हें विद्यालय के प्राचार्य द्वारा प्रयोजना एवं प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुपस्थित किया गया।