सूरजपुर/ दीपेश कुशवाहा: कलेक्टर इफ्फत आरा के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग सूरजपुर द्वारा महिला जागृति शिविरों का आयोजन लगातार किया जा रहा है।विगत दिनों ग्राम पंचायत रुनियाडीह में पूर्व माध्यमिक शाला के सभाकक्ष में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रवण सिंह सरपंच रुनियाडीह ने तथा नेतृत्व जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने कहा कि पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का उत्तरदायित्व सभी बच्चों का संरक्षण सुरक्षा, विकास, शिक्षा एवं स्वास्थ्य का चिन्ता करना है। बच्चों को भय मुक्त वातारवरण उपलब्ध कराना इस समिति का कार्य है। यह महिला बाल विकास विभाग की समिति है, जिसमें सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसके सदस्य है। अध्यक्ष सरपंच एवं सचिव ग्राम सचिव है। पलायन की समस्या को रोकना भी पंचायत की जिम्मेदारी है। इस हेतु प्रत्येक पंचायत में पलायन पंजी का संधारण किया जाता है। बड़ो के अलावा 18 वर्ष से कम उम्र के कोई भी हमारे गांव से किसी भी स्थिति में पलायन ना करें, इसका ध्यान होना चाहिए। 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को शिक्षा से जोड़ना अत्यन्त आवश्यक है। मनोज जायसवाल ने कन्या भु्रण हत्या, बाल यौन अपराध, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही किशोर न्याय अधिनियम पॉक्सो एक्ट, गुड-टच, बैड-टच बच्चों के अधिकार की जानकारी दी।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती किरन सचान ने आंगनबाड़ी से मिलने वाले लाभ के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग में गर्भश्त शिशु, माता, किशोरी बालिकाओं सभी को लाभान्वित किया जाता है। सभी इसके लाभ के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रो में सम्पर्क कर सकते है।
पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधानाध्यापक सिमांचल त्रिपाठी ने कहा कि बच्चों के सुरक्षा के लिए उसे शिक्षित करना जरुरी है। हम कोशिश करते है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दें। उसका मूल्यांकन बच्चों के अभिभावकों को भी करना चाहिए, बच्चों को अपने सामने पढ़ने-लिखने के लियें कहें और साथ ही उनसे स्कूल की पढ़ाई के संबंध में पूछ-ताछ करें।
कार्यक्रम में सखी वन स्टाप सेंटर से केश वर्कर सबनम ने सखी वन स्टाफ से मिलने वाले लाभ के संबंध में सभी को अवगत कराया। उन्होंने टोल फ्री. नं. 181 में फोन कर महिलाओं को सभी प्रकार की सहायता की जा सकती है, और उन्होंने कहा कि एक छत के निचे सभी प्रकार की सुविधाएं सखी वन स्टाप सेंटर में दी जाती है। कार्यक्रम में उप सरपंच रनिया राजवाड़े पंच, सुमित्रा सिंह, शिक्षक रिजवान अंसारी, जिला बाल संरक्षण इकाई से पवन धीवर, चाईल्ड लाईन से शोभनाथ राजवाड़े सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण महिलाएं, किशोरी बालिकाएं, स्कूल की छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।