रायपुर: पत्रकार से अभद्रता मारपीट पत्रकार एकता महासंघ ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ लखनऊ कमिश्नर लखनऊ .सीएमओ एलडीए वीसी से व अन्य विभाग के अधिकारीगण से पूछना चाहता हूं कि आखिर पत्रकारों के सच दिखाने सवाल करने से आपको इतनी झुंझलाहट क्यों होती है?आप और आपके अधिकारी व कर्मचारी गण पत्रकारों से अप्रधरता मार पीट करते हैं आखिर क्या वजह है क्या आप आज पत्रकारों पर हाथ उठाने मुकदमे लिखने लिखवाने में नहीं चूक रहे हैं!
आपको बता दें कि यह मामला कल रात लोहिया अस्पताल का है जहां हमारे पत्रकार साथी बड़े भाई स्पर्श गुप्ता जो एक निजी चैनल से पत्रकारिता करते हैं वह एक खबर को करने लोहिया अस्पताल पहुंचे थे जहां काम कर रहे स्टूडेंट. डॉक्टरों ने उनके साथ अभद्रता करते हुए उनको मारा पीटा जिसमें वह चोटिल हुए स्टूडेंट डॉक्टरों का गुस्सा अभी यहीं शांत नहीं हुआ था इसी के साथ उन्होंने उनका मोबाइल माइक आईडी व कीमती सामान छीन लिया है।
क्या स्पर्श गुप्ता जी की इतनी गलती थी कि वह सच से रूबरू कराने लोहिया अस्पताल चले गए थे?
डॉक्टरों को यह ना गवारा सा लगा और उन्होंने खबर कर रहे पत्रकार पर उठा दिया हाथ!
पत्रकार के ऊपर हाथ उठता देख पुलिस प्रशासन को खुशी सी महसूस होती दिखाई देती है क्योंकि अभी तक स्पर्श गुप्ता की ना ही कोई एफ आई आर दर्ज करी गई ना ही स्पर्श गुप्ता को सरकारी ट्रीटमेंट दिया गया आखिर पुलिस प्रशासन कौन सी अपनी खुन्नस निकालने के लिए हमेशा पत्रकारों का साथ छोड़ देता है! पत्रकार एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंकित अवस्थी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि देश के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारों को मान्यता मिली हुई है बावजूद इसके पत्रकारों पर अत्याचार बढ़े हैं पत्रकार एकता महासंघ के वरिष्ठ महामंत्री गौतम शर्मा ने इस मामले में आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है
वहीं इस घटना को लेकर पत्रकार एकता महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव सूरज मरावी ने निंदा करते हुए कहा कि इस मामले में आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए इसी तरह पत्रकार एकता महासंघ के छत्तीसगढ़ अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने कहा कि आज पत्रकार कहीं भी सुरक्षित नहीं है चाहे वह यूपी हो चाहे छत्तीसगढ़ हो पत्रकारों पर अत्याचार हो रहे हैं शासन प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान करें।