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नई दिल्ली, एजेंसी। पीएचडी में दाखिले की राह देख रहे उम्मीदवारों के लिए बड़ी अपडेट है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) ने पीएचडी पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए नियमों को बदल दिया है। इसके अनुसार, अब 60 फीसदी NET और JRF क्वालिफाइड युवाओं के लिए आरक्षित रहेंगी। वहीं बची हुई 40 फीसदी सीटों पर छात्र-छात्राओं को संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। इस संबंध में यूजीसी ने सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटीज को प्रस्ताव भी भेज दिया है। इसके तहत, विश्वविद्यालयों ने इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इनमें एक नाम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का है। यहां दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। वहीं यूजीसी के इस फैसले से NET और JRF वाले उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिली है।  इसके अलावा UGC ने हाल ही में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। इसके मुताबिक, कोरोना माहामारी के मद्देनजर कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए पीएचडी अनिवार्य नहीं होने की तारीख को  एक साल के लिए आगे बढ़ा दिया है। पहले यह अनिवार्यता केवल एक साल के लिए खत्म की गई थी, लेकिन अब इसे 2023 तक के लिए कर दिया गया है। इस तरह असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए पीएचडी अनिवार्यता पर 1 जुलाई 2021 से 1 जुलाई 2023 तक के रोक लगा दी गई है।

16 मई तक करें आवेदन
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फिलहाल पीएचडी प्रोगाम में आवेदन की अंतिम तिथि 16 मई, 2022 है। छात्र-छात्राएं ध्यान दें कि लास्ट डेट बीतने के बाद कोई एप्लीकेशन फॉर्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 41 विषयों में पीएचडी में दाखिला दिया जाता है। वहीं यहां पर कुल सीटों की संख्या 614 है। वहीं इस कोर्स में आवेदन करने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी के लिए आवेदन शुल्क 1660 रुपए देना होगा। इसके अलावा, एससी, एसटी और पीएच अभ्यर्थियों के लिए 800 रुपए फीस देनी होगी। यूनिवर्सिटी में इस कोर्स से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए उम्मीदवारों को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा।   

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