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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के औद्योगिक, आर्थिक और पर्यटन के विकास के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का शिलान्यास करेंगे। दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के जेवर में 29 हजार 650 करोड़ रुपये की लागत से 5845 हेक्टेयर जमीन पर बनने जा रहा ये एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में होने वाले एयरपोर्ट के शिलान्यास का पहला चरण 2023-24 में पूरा होगा। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पहले चरण में करीब 8,914 करोड़ रुपये का निवेश होगा और यहां से सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की आवाजाही होने लगेगी। शुरुआत में जेवर हवाअड्डे पर दो हवाईपट्टियां चालू होंगी। इस हवाईअड्डे के विकास का ठेका ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को दिया गया है। पीएम मोदी ने ट्विटर पर बताया कि 25 नवंबर भारत और उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे के निर्माण में एक प्रमुख दिन है। दोपहर 1 बजे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया जाएगा। इस परियोजना से वाणिज्य, कनेक्टिविटी और पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा। पीएमओ की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि जेवर हवाईअड्डा उत्तर भारत के लिए एक प्रवेश-द्वार साबित होगा और इससे उत्तर प्रदेश की सूरत ही बदल जाएगी।नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गौतम बुद्ध नगर के जेवर में एशिया के विशालतम एयरपोर्ट ‘नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ की आधारशिला रखेंगे। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह एयरपोर्ट बहुआयामी विकास को नई उड़ान देगा और व्यापक रोजगार सृजन का माध्यम भी बनेगा। जेवर हवाईअड्डा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा होगा। इसके तैयार हो जाने के बाद दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से बोझ कम हो सकेगा। जेवर एयरपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां और सर्विस सेक्टर का बड़ा केंद्र बनेगा। इस हवाईअड्डे से नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा समेत पश्चिम यूपी के कई जिलों और हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल और वल्लभगढ़ जैसे शहरों के लोगों को सहूलियत मिलेगी।