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चंदौली, जेएनएन, एजेंसी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अब अपने अंतिम चरण में है। भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसके बाद भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जौनपुर के बाद गुरुवार को पीएम मोदी ने चंदौली में भाजपा के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चंदौली के नवीन कृषि मंडी स्थल के पास रैली को संबोधित किया। इस दौरान मंच पर चंदौली, सकलडीहा, सैयदराजा व चकिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशियों के साथ की जनता थी। पीएम मोदी ने कहा कि हम लोग सिर्फ कोरी बात नहीं करते हैं, बल्कि ठोस काम करके दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि कोरी घोषणाओं के बजाय हमने सरकारी योजनाओं को उन लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया है, जिनके वो हकदार हैं और जिनको सरकार की योजनाओं की सबसे ज्यादा जरूरत है। हमारी सरकार ही है जो महाराजा सुहेलदेव के योगदान को पूरे देश में लेकर गई है। वरना पहले वो भी एक जमाना था कि घोर परिवारवादियों को महाराजा सुहेलदेव सिर्फ चुनावों में याद आते थे।
पीएम मोदी का भारत माता की जय के उद्घोष के साथ संबोधन शुरू-पूर्वांचल के प्रवेश द्वार को नमन। मार्केंडय महादेव की तरह बाबा कीनाराम की पुण्य भूमि, बलिदानियों की धरती का नमन। रऊवा आप सभी के हाथ जोडि़के प्रणाम। भाईयो-बहनों, सात तारीख को आप सभी को पूर्वांचल को अपने इस बेटे के लिए भारी संख्या में बूथ पर पहुंचना है। याद रखिएगा, पहले मतदान, फिर जलपान। साथियों, ये सोचकर घर मत बैठिएगा कि छह चरणों के चुनाव में तो मोदी को सरकार बनाने लायक सीटें मिल ही गई हैं। अब कौन बूथ तक जाएगा। साथियों मत भूलिए. मोदी की जीत को और भव्य बनाने का काम पूरे पूर्वांचल का ही है। आपका हर वोट मेरी ताकत बढ़ाएगा। मेरी सरकार को मजबूत बनाएगा। ताकि हम देश को और मजबूत बना सकें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यूपी का हाल देखकर सपा-बसपा सहित तमाम महामिलावटी पूरी तरह पस्त हैं। याद कीजिए, इन्होंने मोदी हटाओ के नाम से चुनाव अभियान शुरू किया था। बेंगलुरु में एक मंच पर आकर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर फोटो खिंचवाई थी। उसके बाद जैसेे ही प्रधानमंत्री पद की बात आई तो सब अपना-अपना दावा लेकर अपनी-अपनी डफली बजाने लगे। कोई आठ सीट वाला, कोई दस सीट वाला, कोई 20-22 सीटों वाला तो 30-35 सीट वाला भी, प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने लगा। सपने देखना गलत नहीं, लेकिन देश ने कहा-फिर एक बार… लोगों का जवाब आता है–मोदी-मोदी… ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि उन्होंने देश को फिर कुछ जरूरी सवालों के जवाब देने की जरूरत नहीं समझी और न उनके पास ताकत थी। वे देश को नहीं बता पाए कि 21वीं सदी में देश को कैसी सरकार देंगे। नहीं बता पाए कि दर्जन भर चेहरे का स्वार्थ देशहित में कैसे हो सकता है। नहीं बता पाए कि साल-छह महीने में सरकारें गिरती रहेंगी तो देश का भला कैसे होगा, गरीब का भला कैसे होगा, विकास कैसे होगा। देश को अपने विकास का माडल नहीं बता पाए। राष्ट्ररक्षा, आतंकवाद, नक्सलवाद पर इनका क्या कहना है, नहीं पता पाए। उन्होंने अफवाह, गाली-गलौच का माडल पूरे चुनाव में देश के सामने रखा है। जातिवाद का माडल आपके सामने रखा है। इन्होंने डराने का, भय का, विरोध का माडल देश के सामने रखा है। सर्जिकल स्ट्रइक के विरोध का कोई कारण बनता है क्या? यह तो वीरों की धरती है। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक का विरोध क्या उचित है? सेना के पराक्रम का विरोध क्या उचित है? नागरिकता कानून. तीन तलाक कानून का विरोध, लोकपाल की नियुक्ति, शत्रु संपत्ति कानून लागू करने का विरोध, कदम-कदम पर मोदी का विरोध करना उचित है क्या। जबकि आपका यह सेवक भारत का और आपका विकास करने का माडल लेकर आपके बीच में जी-जान से जुटा हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम उस राजनीतिक, सामाजिक संस्कृति में पले-बढ़े हैं, जहां खुद से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है। यही संस्कार हमने पंडित दीनदयाल जी के मूल्यों से आत्मसात किए हैं। भारतीय मूल्यों को ध्यान में रखते हुए, सबका साथ-सबका विश्वास अपनाया है। नि:स्वार्थ भाव से सेवा का परिणाम है कि दुनिया में भारत की जय-जयकार हो रही है। हमारी संस्कृति, हमारे ज्ञान-विज्ञान की दुनिया पहले से ज्यादा चर्चा कर रही है। भारत आथिर्क रूप से सशक्त देश के रूप में उभर रहा है। 21वीं सदी का युवा आज देश को 2014 के पहले के दौर में भेजने को तैयार नहीं है। यह वह दौर था जब आए दिन घोटालों की खबरे अखबारों में छाई रहती थीं। तब भ्रष्टाचार के खिलाफ देश सड़कों पर था। यह वह दौर था, जब आए दिन बम धमाकों की खबरें हिंदुस्तान को परेशान करती थीं। महंगाई की दर चरम पर और विकास की दर धरातल पर थी। 2014 से पहले देश घोर निराशा और अविश्वास के दौर में था। इस स्थिति को बदलने के लिए ही आपने एक मजबूत सरकार चुनी। इस सेवक की सरकार चुनी। इस सेवक ने देश को आशा और विश्वास के रास्ते पर आगे बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा किदेश के युवा साथी को आज भरोसा है कि उसके सपने और उसकी आकांक्षाएं पूरी हो सकती हैं। आज गरीब से गरीब को भी अहसास है कि सरकार गरीब की बात भी सुन रही है। जब गरीब को अपना घर मिलता है, शौचालय मिलता है, मुफ्त इलाज, सड़क, बिजली मिलती है, तब विकास का विश्वास मजबूत होता है। यही कारण हैा कि देश का युवा मोदी के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र और सबको सुरक्षा, सबको सम्मान हमारा प्रण है। इसी लक्ष्य के साथ छोटे किसानों के बैंक खाते में सीधी मदद जमा कर रहे हैं। एक हफ्ते बाद जब एक बार फिर सरकार बनेगी तब यूपी के हर किसान परिवार को यह मदद मिलना शुरू हो जाएगी। कुछ लोग झूठ फैलाते हैं, गरीबों को गुमराह करते हैं। मैं पूरे देश के किसान को कहना चाहता हूं कि जो पैसे आपके खाते में जमा कर रहे हैं वह आपके पैसे हैं। आपके हक के पैसे हैं। ये पैसे आपकी सहायता के लिए हैं। इसे कभी कोई वापस नहीं ले सकता है। यह पैसा आपको बीज, खाद और कीटनाशक जैसी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए है ताकि आपको किसी के दरवाजे पर न जाना पड़े। इसके लिए यह चौकीदार आपके खाते में पैसा जमा कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमने छोटे किसानों, खेत मजदूरों, छोटे दुकानदारों, छोटा-मोटा मेहनत का काम करने वालों के लिए एक योजना लाने का फैसला किया है। इस योजना के तहत इन्हें 60 साल की उम्र होने पर हर महीने पेंंशन मिलनी शुरू हो जाए। यह क्षेत्र धान के लिए मशहूर हैं। यहां के शुगर फ्री चावल की बड़ी चर्चा है। बनारस में इंटरनेशनल राइस रिसर्च सेंटर भी बन गया है। शुगर फ्री चावल और रिसर्च सेंटर यहां के किसानों की ताकत को बढ़ाने वाले हैं। इससे यहां के किसानों को अच्छे उन्नत बीज मिलने में आसानी होगी। पूर्वांचर को विकास की पटरी पर लाने के लिए हम पूरी तरह जुटे हुए हैं। सड़क और रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने को लेकर बड़े काम हो रहे हैं। रेलवे लाइनों का तेजी से विद्युतीकरण हो रहा है। गांव-गांव, घर-घर बिजली पहुंच रही है। एक सपा-बसपा का दौर था, जब बिजली वोट बैंक के आधार पर बांटी जाती थी। विकास के ये तमाम काम तभी संभव है, जब देश सुरक्षित रहेगा। हमारी नीति बिल्कुल साफ है। हम जवानों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे। खतरा चाहे सीमा के भीतर हो या सीमा पार हम आतंकियों को घर में घुसकर मारेंगे। भारत का खाकर पाकिस्तान के गुण गाने वाले अलगाववादियों के साथ हम सख्ती से निबट रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का मुझ पर इतना स्नेह, आशीर्वाद रहा है कि आपने मिलकर 2014 में 30 साल बाद देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनवाई। 2019 के चुनाव में दिल्ली में एयर कंडीनशन कमरे में बैटकर पालिटिकल ज्ञान परोसने वाले, गुणा गणित करने वालों को उप्र के समझदार मतदाताओं ने गलत साबित कर दिया है। इस बार के चुनाव में भी पहले पांच चरणों में यूपी के लोगों ने भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार पक्की कर दी है। यूपी ने एक मजबूत सरकार के लिए बुलंद हौसले वाली सरकार के लिए मतदान किया है। सुरिक्षत, सक्षम, सशक्त और समृद्ध भारत की इसी संकल्प को और मजबूत करने के लिए आपको बूथ-बूथ पर कमल खिलाना है। आपका हर वोट सीधा मोदी के खाते में आएगा। आप भारी संख्या में हम सबको आशीर्वाद देने आए, इसके लिए आभारी हूं। यहां के वीर बलिदानियों को नमन करता हूं। भारत माता की जय के उद्घोष के साथ संबोधन समाप्त।
प्रदेश में सात मार्च को होने वाला 54 सीटों का यह चरण काफी महत्वपूर्ण है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी है। वाराणसी से सटा जिला चंदौली तथा जौनपुर भी है। यहां से भाजपा अच्छी बढ़त लेना चाहती है, वहीं जातीय समीकरणों से सपा मुखिया अखिलेश यादव उम्मीदें लगाए बैठे हैं, क्योंकि उनका संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ की विधानसभा सीटें भी इसी चरण में हैं। इसे देखते हुए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। छठवें और सातवें चरण में पूर्वांचल की 111 सीटें हैं, जिन पर खास तौर पर भाजपा की नजर है। माफियाराज को कुचलने का जो दावा भाजपा करती है, उसका असर पूर्वांचल में ही रहा है, वह भी खास तौर पर सातवें चरण में शामिल मऊ व गाजीपुर जैसे जिलों में। योगी आदित्यनाथ सरकार ने लगातार मुख्तार अंसारी पर निशाना भी साधा है। इस अंतिम चरण के लिए भाजपा ने अपने संगठन की ताकत लगा दी है।

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