हैदराबाद, एजेंसी। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने पार्टी सदस्यों से ‘स्नेह यात्रा’ करने की सलाह दी। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि कार्यकर्ता ‘स्नेह यात्रा’ के जरिए समाज के सभी वर्गों तक पहुंचें। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में कही गई बातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने विस्तार से भाजपा के लिए अवसर, उसके इतिहास और विकास की यात्रा, भविष्य और देश के प्रति दायित्व के विषय में बातें की।
भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा- ‘स्नेह यात्रा’ का मतलब है… दूसरे की सोच है आलोचना, नकारात्मकता इसके उलट क्या हम पार्टी के विस्तार में नई सोच ले सकते हैं… प्रधानमंत्री मोदी ने विस्तार से समझाया कि यह स्नेह यात्रा सद्भाव और समन्वय की भी यात्रा है। पीएम मोदी ने कहा कि हैदराबाद में सरदार पटेल ने एक भारत की नींव रखी थी, जिसको तोड़ने की बहुत कोशिशें की गई। अब भाजपा के कंधों पर एक भारत से श्रेष्ठ भारत की यात्रा को पूरा करने का दायित्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने केरल, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों का हवाला देते हुए कहा कि बहुत से ऐसे प्रदेश हैं, जहां हमारा संघर्ष जारी है। कार्यकर्ता वहां बिना सत्ता की परवाह करते हुए संघर्ष और बलिदान दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब हम तेलंगाना में है तो भाजपा बहुत जगह आगे बढ़ी है। भाजपा को उसके काम, उसकी गवर्नेंस और ईमानदारी के कारण जनता का आशीर्वाद मिलता है। हमारी सोच लोकतांत्रिक है। यही वजह है कि सरदार पटेल कांग्रेस के नेता थे, लेकिन उनकी दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा ‘स्टेच्यू आफ यूनिटी’ हमनें बनवाई। हमारी सोच लोकतांत्रिक है, इसीलिए जब हमनें प्रधानमंत्री म्यूजियम बनाया तो देश के सारे प्रधानमंत्रियों को उसमें स्थान दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी की लोकतांत्रिक साख पर सवाल उठाने के लिए विपक्षी दलों पर करारा पलटवार किया और पूछा कि उनके संगठनों के भीतर लोकतंत्र की स्थिति क्या है..? उन्होंने कहा कि आजकल कई राजनीतिक दल अपने अस्तित्व को बचाने में लगे हुए हैं। पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि हमें उस पर न तो हास्य और ना ही व्यंग्य करना है। हमें सीखना है कि हम कोई ऐसा काम न करें जो उन्होंने किया। विविधता की शक्ति के साथ हम अपने संगठन के संकल्प का देश में विस्तारित करें।
पीएम मोदी ( पीएम मोदी ) ने बैठक में पार्टी सदस्यों को सलाह दी कि हमारी सोच तुष्टिकरण नहीं तृप्तिकरण होनी चाहिए। ऐसा जब हम करेंगे तभी हमारे जो लक्ष्य हैं एक भारत श्रेष्ठ भारत और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास… पूरे हो पाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने दो अन्य बातें बहुत रोचक कही। पहली यह कि हमारा उद्देश्य P2 से G2 का होना चाहिए अर्थात pro people, pro active governance (जनता के लिए और जनता के सापेक्ष सुशासन) होनी चाहिए।भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ( Ravi Shankar Prasad ) ने बताया कि बैठक ( BJP’s national executive meeting in Hyderabad ) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) ने कहा कि हमारी माताएं बहनें पूरे देश में हमें बहुत आशीर्वाद दे रही हैं। ऐसे में हमारा फर्ज बनता है कि जैसे ट्रिपल तलाक और उज्ज्वाला योजना जैसे जो दर्जनों कार्यक्रम उनके लिए किए हैं… ऐसा ही हमारी प्रतिबद्धता उनके लिए हमेशा बनी रहनी चाहिए। हमें देश को बताना चाहिए कि आज पहली बार एक आदिवासी, योग्य महिला ( Draupadi Murmu द्रौपदी मुर्मू) भारत की राष्ट्रपति बनने जा रही है। आजादी के 75 साल में आज तक यह नहीं हुआ था।