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बलरामपुर। बलरामपुर जिले में पंडो जनजाति में मौत रूकने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार क़ो 22 वर्षीय एक  महिला व दूसरे गांव में नवजात के अलावा 60 वर्षीय महिला भी जान चली गई। वहीं बच्चे क़ो परिजन बाइक से अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।ग्राम पंचायत चेरा निवासी सुबासो पण्डो पति बालदेव पण्डो 60 वर्ष क़ो अचानक उल्टी दस्त शुरू हुआ और पांच अक्टूबर को मौत हो गई थी, इसी तरह ग्राम पंचायत धौली में हीरामुनी पण्डो पिता सुरेश पण्डो 22 वर्ष क़ो बुखार था। वह घर में ही रहकर इलाज करा रही थी और ब्लड की कमी थी। उसकी मौत घर पर ही 17 अक्टूबर क़ो मौत हुई। ग्राम पंचायत चुना पाथर में एक नवजात शिशु अचानक तबियत खराब हुई और रविवार क़ो ही उसकी जान चली गई। वह कुपोषित था, बताया गया है कि सुशीला पण्डो पिता बाबूलाल पण्डो की उम्र एक माह थी। उसे डिंडो स्वास्थ केंद्र बाइक से लेकर जा रहे थे लेकिन उसने रास्ता में ही दम तोड़ दिया। बता दें कि 15 अगस्त से लगातार बलरामपुर जिला में पंडो जनजाति के लोगों की मौत के बाद नव पदस्थ कलेक्टर पंडो जनजाति के लोगों तक पहुंच रहे हैं और स्वास्थ कैम्प का आयोजन हो रहा हैं।

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