बलरामपुर.बलरामपुर जिले के सेमरसोत-पस्ता सीमा से लगे घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम खटवाबरदर के सेमरतला के जंगल में शेर आने की आहट से गांव के लोग खासे दहशत में है. खटवाबरदर के सेमरतला जंगल में शिवशंकर नगेसिया के तीन मवेशी को मार डाला. ग्राम खटवाबरदर, सेमरसोत, परती, पाढ़ी, पस्ता, उलिया, उफ़िया, सरगड़ी, गोविंदपुर पहाड़ी के आसपास बड़े जंगल हैं. जिसमें कई बार तेन्दुए के आने की पुष्टि हो चुकी है. इसके अलावा एक साल पहले इसी जंगल में बड़े शेर के पंजे वाले निशान भी मिले थे. इसके बाद एक बार फिर से एक शेर के पंजे जंगल में देखे गए हैं. जिसके चलते ग्रामीण काफी डरे हुए हैं.

वन मंडलाधिकारी विवेकानंद झा के नेतृत्व में टीम गठित कर गांव में वन कर्मियों से लाउडस्पीकर से अलाउंस करा रहे है गांव के ग्रामीण जंगल की ओर न जाए. गांव के आस पास शेर के पंजे देखे जाने के बाद से ही क्षेत्र में दहशत व्याप्त है. गांव में शेर की आहट से डरे हुए हैं. शेर की दहशत इस गांव में इतनी है कि लोग शाम होते ही अपने अपने घरों में दुबक जा रहे हैं और फिर सुबह होने पर ही घर से बाहर निकल रहें हैं. शेर ने तीन दिन पहले वाड्रफनगर के अलका क्षेत्र में छह मवेशी को मार डाला था. ग्रामीणों ने बताया कि शेर एक रात में 40 से 50 किमी जंगल से गांव तक सफ़र करता है गांव के ग्रामीण दहशत में है.

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