नई दिल्ली: कोरोना वायरस का ‘ओमिक्रॉन’ वैरिएंट का खतरा दुनिया में लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रत्येक दिन बढ़ रहे नए मामलों के चलते भारत में भी स्थिति लगातार बिगड़ रही है. देश में इस वक्त ओमिक्रॉन का कुल आकंड़ा 415 तक पहुंच गया है. बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. इस वायरस की पहुंच 17 राज्यों तक पहुंच गई है. इस नए संकट का खतरा सबसे ज्यादा दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात में हैं. ऐसे में क्रिसमिस और न्यू ईयर के जश्न पर इस संक्रमण ने ब्रेक लगा दिया है. कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू समेत कई सख्त पांबदिया का दौरा लौट आया है. केंद्र सरकार अलर्ट हो चुकी है। बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने टीकाकरण पर जोर दिया है। लिहाजा केंद्र सरकार ने ऐसे 10 राज्यों की सूची तैयार की है, जहां कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी है। स्वस्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब ऐसे राज्यों में केद्र की ओर से टीम भेजी जाएगी। क्योंकि इन राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार धीमी होने के साथ-साथ कोरोना के मामले भी ज्यादा है।
इन राज्यों में केंद्र सरकार भेजेगी टीम
केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब में टीम भेजी जाएगी. मंत्रालाय के मुताबिक, यह टीम 3 से 5 दिनों के लिए बताए गए राज्यों में तैनात होंगी और राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगी. इन राज्यों में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा दर्ज होने के चलते यह टीम भेजने का निर्णय लिया गया है. ये टीमें कांटेक्ट ट्रैसिंग, ओमिक्रोन वैरिएंट से पीड़ितों की निगरानी, कंटेनमेंट आपरेशन पर नजर रखेंगी. ताकि इस नए वैरिएंट के बारे में ज्यादा से ज्यादा समझकर इसके खिलाफ पुख्ता रणनीति बनाई जा सके.
WHO ने भी दी चेतावनी
उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर कोरोना के लिए जारी दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया, तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है। देश के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले तेजी बढ़ने की आशंका भी जताई गई है। डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथनी ने चेतावनी दी है कि तमिलनाडु में ओमिक्रोन के मामले बढ़ सकते हैं.