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भोपाल, पीटीआई एजेंसी। 28 अप्रैल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित तमाम बड़े नेता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मिलेंगे। अमित शाह के दौरे के ठीक 7 दिन बाद होने वाली बैठक में मंत्रिमंडल में फेरबदल से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। गृहमंत्री अमित शाह पिछले हफ्ते भोपाल आए और अगले दिन शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। पार्टी नेतृत्व से बैठक से एक दिन पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दिल्ली पहुंच गए हैं। वैसे पार्टी कह रही है ये औपचारिक मुलाकात है।बता दें कि मिशन 2023 को लेकर बैठक में संघ के पदाधिकारी और मध्य प्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप के नेता मौजूद होंगे। बैठक में राज्य में वर्तमान हालत के साथ संगठन और संघ के समन्वय पर भी चर्चा होगी. सरकार के कामकाज को भी परखा जाएगा, हालांकि पार्टी कह रही है सब कुछ रूटीन है, लेकिन कांग्रेस को लगता है कुछ बड़ा होने वाला है। मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा किस सहजता बीजेपी के संगठन की पद्धति है, हमारा सौभाग्य है कि हमारा केन्द्रीय नेतृत्व समय-समय पर हमसे मिलता है। ये स्वस्थ संगठन की परंपरा है। मंत्रिमंडल को लेकर कोई भी बात होती है तो ये माननीय मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। 2023 की तैयारी बीजेपी की सरकार जब बनती है, शिवराज सिंह चौहान जब शपथ लेते हैं तो अगले दिन तैयारी शुरू कर देते हैं। हम सामाजिक से लेकर राजनीतिक काम में अपनी भूमिका निभाते हैं, 365 दिन सक्रिय रहने वाले लोग हैं। इसे लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि कल दिल्ली में काले घने बादल छाएंगे। भारी बारिश की संभावना है। इस बीच गृहमंत्री दिल्ली दरबार पहुंच गए हैं। मामाजी जो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं शिवराज सिंह चौहान उनकी तबीयत नासाज बताई जा रही है, ऐसा लग रहा है कि कल के घटनाक्रम में बड़ी संभावना है इससे पहले मप्र बीजेपी में गहमागहमी देखने को मिल रही है।वर्तमान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत मंत्रिमंडल में कुल 31 मंत्री हैं, 4 मंत्रियों के पद खाली हैं, जिन्हें भरा जाना है। इसमें हर वर्ग को जोड़कर पार्टी सोशल इंजीनियरिंग पर भी काम करना चाह रही है। बैठक में सरकार के कामकाज और प्रदर्शन पर भी चर्चा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक- मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार का आधार प्रदर्शन होगा, कुछ मंत्रियों का प्रमोशन हो सकता है किसी की छुट्टी हो सकती है तो किसी का विभाग बदला जा सकता है, सीनियर मंत्रियों को लेकर भी पार्टी कुछ अहम फैसला ले सकती है।