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अंबिकापुर। सरगुजा ईट निर्माता संघ के सचिव विभूति शुक्ला ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर कहा है कि बलरामपुर जिले के महान टू खदान से लगे धाजागिर, बंदरझूला, पनघट, रेवतपुर, दुप्पी चौरा इलाके में अवैध व कुछ वैध भट्ठे चल रहें हैं जिनके पास न तो लीज है न पर्यावरण मंडल का अनुमति।
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इनके द्वारा महान टू कोयला खदान से चोरी का कोयला उपयोग में लाया जा रहा है। वहीं सरगुजा ईट निर्माता संघ में शामिल ईट भट्ठा मालिक इस साल 9500 रुपए मैट्रिक टन के हिसाब से कोयला खरीद रहें हैं। जबकि चोरी का कोयला उन्हें दो हजार मैट्रिक टन में मिल जा रहा है। इससे वे सस्ते में ईट बेच रहे हैं। इस पर अवैध कोयला के उपयोग पर तत्काल कार्यवाही की जाए।
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शिकायत में यह भी बताया है कि सूरजपुर, बलरामपुर और सरगुजा जिले में अवैध तरीके से लोहे वाले चिमनी से ईट बनाया जा रहा है। जो रेवतपुर, सिधमा, सूरजपुर के मदननगर सहित अन्य गावों में है, जबकि इस पर पर्यावरण मंडल भट्ठा के लिए अनुमति नहीं देता लेकिन जानकारी के बाद भी मंडल कार्यवाही नहीं कर रहा है। ज़ब कार्यवाही की बात आती है तो वह इसे खनिज विभाग के जिम्मे सौंप देता है। मुख्यमंत्री से संघ ने मांग की है कि अगर ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो ऐसे में उन्हें अपना लीगल कारोबार बंद करना पड़ेगा।