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महान थ्री से माफिया निकाल रहे सालाना करोड़ो का कोयला और फर्जी पिटपास से भेज रहे कोल डिपो व ईट भटठो में 


राजनैतिक संरक्षण के आगे अफसर भी हुए बेबस, माफिया सत्ता के साथ बदलते हैं नेताओं का साथ, हर रोज दर्जनों ट्रेक्टर ट्राली, पिकअप व मिनी ट्रक से कोयला की चोरी


अंबिकापुर। सूरजपुर जिले के महान थ्री से तीन माह से कोयला का अवैध खदान माफियाओ द्वारा चलाया जा रहा है। माफिया सीधे ट्रेक्टर, पिकअप व मिनी ट्रक  में लोड क़र कोयला डिपो में भेज रहे हैं। हर रोज पांच से सात  मिनी ट्रक, पिकअप व दर्जनों ट्रेक्टर ट्राली में अधिक हर रोज कोयला मज़दूरों लोड़ कर भेजा जा रहा है। गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने सीजीएमपी न्यूज़ को बताया कि तेजराय सोनवानी व विकास सिंह नामक युवक सैकड़ो मज़दूरों को खदान के अंदर भेज कोयला निकलवाकर रात में कोयला लोड़ करवाते है इसकी जानकारी पुलिस व खनिज  विभाग को भी है लेकिन मजबूत सेटिंग व राजनैतिक संरक्षण के कारण कोयले के अवैध कारोबार पर रोक नहीं लग़ सकी है। बताया जाता है कि कोयला तस्कर नेताओं क़ो भी साध लिए हैं और इसके कारण उनकी जुबान भी बंद है। ज़ब मीडिया में खबर आती है तो खानापूर्ति के लिए अफसर पुलिस की टीम भेज देते हैं। यही वजह है एक दशक से चल रहे अवैध कोयला खनन पर बड़े माफियाओ क़ो कभी जेल तक नहीं पहुँचाया जा सका है। कोयला माफियाओ के द्वारा गांव के सैकड़ो की संख्या में मज़दूर फ़ावड़ा, सबल, तगाड़ी, बोड़ा लेकर खदान के अंदर प्रवेश कर कोयला का खनन करते हैं और रात में वाहनों में लोड किया जाता है। इसके बाद ज़ब कोयला लोड ट्रक मुख्य मार्ग में पहुंचते हैं तो ट्रक चालकों क़ो फर्जी पीट पास दे दिया जाता है और कोयला सीधे सरगुजा संभाग के ही ईट भठठों व डिपो में जा रहा है। हर साल माफिया यहां करोड़ से अधिक का कोयला खनन करते हैं। यही वजह है कि अफसर भी बिक जाते हैं। वहीं स्थानीय ग्रामीण भी माफियाओ की दबंगाई के कारण इसका विरोध नहीं कर पाते हैं।

कोयला माफियाओं का अफसरों से तगडी सेटिंग है

कोयला माफियाओ के पास पैसे का दम इतना है कि नेता चाहे किसी दल का हो, उन्हें अपने पाले में लेने में उन्हें वक़्त नहीं लगता। नेता भी चुनाव जितने के बाद माफियो के इशारे में चलने लगते हैं और यही वजह है कि जिम्मेदार अफसर जिन्हें माफियाओ पर चाबूक चलाने का जिम्मा है वे भी उनके सामने नतमस्तक हो जाते हैं। इसके साथ ही माफियाओ ने वन व राजस्व महकमे के ऊंच अफसरों से तगडी सेटिंग भी की है।

कोयला माफियाओं को मज़दूर कोयला दो रुपए किलो  बेचते हैं

कोयला माफियाओं को मज़दूर कोयला दो रुपए किलो बेचते है इसके बाद कोयला माफियाओं के द्वारा पिकअप, ट्रेक्टर व मिनी ट्रक से डिपो व ईट भट्ठा रातो रात पहुंचाते हैं। सूत्रों ने बताया कि पुलिस व एसईसीएल की मिलीभगत से यह कारोबार काफी दिनों से चल रहा है।


महान थ्री में दर्जनों कोयला माफियाओं का क़ब्ज़ा


सूत्रों ने बताया कि महान थ्री ओपन कोयला खदान में सरगुज़ा, सूरजपुर , बलरामपुर सहित अन्य प्रांतों के कोयला माफिया पहुंच कर अपना जमावड़ा जमाए हुए है। डीओ के आड़ में फर्जी दस्तावेज तैयार कर अवैध कोयला बाहर निकाला जा रहा है। वही तौल काटा में लोडिंग के बाद भी ओवर लोडिंग कोयला निकाला जा रहा है।


वाहन नम्बर और इंजन नम्बर अलगअलग


सूत्रों ने बताया कि महान  थ्री ओपन कोयला खदान में डीओ के आड़ में अन्य प्रांतों के वाहन लगाया जाता है वाहन नम्बर और इंजन नम्बर अलग-अलग रहता है। एसईसीएल व पुलिस की मिलीभगत से यह कारोबार लंबे समय से चल रहा है। कोयला माफियाओं के द्वारा सरकार को करोड़ो रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। एक माह पहले खड़गवां पुलिस ने पकड़ा था।

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