कोरबा। जिला मेडिकल कालेज अस्पताल में बीती रात एक दुखद घटना घटित हो गई हैं। बताया जा रहा हैं कि शाॅर्ट सर्किट के कारण अचानक अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड की बिजली चली गई। बताया जा रहा हैं कि समय पर आक्सीजन नहीं मिलने के कारण जहां एक नवजात बच्चे की जान चली गई वहीं दो बच्चों को असमय रेफर करना पड़ा। परिजनो ने आरोप लगाया है, कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से यह घटना घटित हुई है। हालांकि मेडिकल काॅलेज के डीन ने लापरवाही की बात से साफ इंकार कर दिया है।
कोरबा के मेडिकल कालेज अस्पताल में बीमार नवजात बच्चों को रखने के लिए बनाए गए एसएनसीयू वार्ड की बिजली रात में अचानक चली गई। बताया जा रहा हैं कि आक्सीजन का प्रवाह रुकने के कारण जहां एक बच्चे की मौत हो गई वहीं दो की हालत बिगड़ने लगी जिसके कारण रात में ही उन्हें रेफर करना पड़ा। बताया जा रहा है, कि विशेष वार्ड में शाॅर्ट सर्किट के कारण यह स्थिती निर्मित हुई, जिसके कारण घंटो तक वार्ड में बिजली की सप्लाई रुकी रही यही वजह है, कि बच्चों की हालत बिगड़ने पर उन्हें देर रात ही रेफर करने की सलाह दी गई। इस आपा-धापी में दीपका निवासी के बच्चे की जान चली गई जबकि दो अन्य बच्चों को बिलासपुर और कोरबा के निजी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
इस विषय को लेकर मेडिकल कालेज अस्पताल के डीन ने कहा कि शाॅर्ट सर्किट के कारण विशेष वार्ड की बिजली जरुर चली गई थी। हालांकि कुछ समय के बाद पूरी व्यवस्था बहाल हो गई। एक बच्चे की मौत के मामले में उन्होंने जानकारी दी, कि बच्चा पहले से कमजोर था इस कारण उसकी जान चली गई। बिजली गुल होने की स्थिती में बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिये भारी-भरकम जनरेटर लगाया गया है लेकिन वह भी खराब पड़ा है जिसकी वजह से यह घटना घटित होना बताया जा रहा हैं।