छत्तीसगढ़। महासमुंद विधानसभा के अंतर्गत ग्राम लखनपुर में मड़ाई मेला कार्यक्रम आयोजन किया गया।अशवंत तुषार साहू ने कहा कि मड़ई यानी एक छोटा मेला जिसमें खेल-खिलौने, चाट-फुलकी, कपड़े, ज्वेलरी, कुछ पारंपरिक वस्तुएं जैसे- मिट्टी के खिलौने, गुल्लक वगैरह के साथ ही तरह-तरह के झूले भी हर आने वाले का मन लुभाते हैं। मड़ई मेलों का यह स्वरूप बहुत पुराना है। जिसमें समय-समय के साथ थोड़-थोड़े बदलाव हुए हैं। पहले होता यह था कि गांवों से शहरों को जोड़ने वाली इतनी सड़कें नहीं थीं, तो गांव में जरूरत की सामग्रियों के लिए ये मड़ई मेले लगते थे। जिनसे ग्रामीण जरूरत की चीजें ले लेते थे। अब लगभग सभी गांव शहरों से जुड़ गए हैं। फिर भी गांव की परंपराओं के अनुसार ये मड़ई मेले लगते आ रहे हैं। ये मेले एक तरह से एक मेल-मिलाप का भी अवसर देते हैं। जिस गांव में मेला लगने वाला होता है वहां रहने वालों के नाते-रिश्तेदार मेला देखने के बहाने वहां पहुंच जाते हैं। एक तरह के सामाजिक सौहाद्र के रूप में मड़ई मेलों की पहचान बनी हुई है। इस दौरान भोला महाराज, तरुण साहू ,अरुण विश्वकर्मा, डॉ. राम साहू ,रामेश्वर साहू, भागी साहू, रितेश साहू, दीपक साहू, ओम प्रकाश साहू, अनिल शर्मा आदि उपस्थित थे।

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