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सूरजपुर। दीपावली के दिन पूरा देश रोशन रहेगा, लेकिन छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के रामगढ़ गवटीयापारा गांवों में तब भी अंधेरा रहेगा। यहां क्रेडा विभाग के द्वारा लगाया गया सौर प्लांट लगभग दस महीने से खराब है तो लगभग 200 से अधिक परिवारों को दिया गया सौर एनर्जी से चलने वाले होम लाइट भी दो साल में ही खराब हो गए। हद तो यह है कि यहां के दो ग्राम पंचायतों में पूर्व कलेक्टर ने 17 सितंबर 2020 को ग्रामीणों को उनके सामने आश्वासन दिया था कि एक माह में उनके गांव बिजली पहुंच जाएगी, लेकिन इस पर अब तक जमीनी स्तर पर कोई पहल नहीं दिख रहा। वहीं क्रेडा के अफसरों को यहां खराब पड़े सौर प्लांट की जानकारी है लेकिन इस पर भी घोर लापरवाही बरती जा रही है।  पड़ताल में खुलासा हुआ है कि करीब 30 करोड़ खर्च कर ओड़गी ब्लाॅक के चांदनी बिहारपुर इलाके के ग्राम पंचायत रामगढ़ के गोटिया पारा,के दस माह के बीच सौर प्लांट खराब हुए हैं। इसकी जानकारी पंचायतों ने अधिकारियों को दी है। ग्रामीणों का कहना है कि इस पर जनसंवाद कार्यक्रम बिहारपुर में उन्हें शिकायत की थी। इसके बाद उनके द्वारा कई बार आश्वासन के साथ कहा गया कि नया बैटरी लगाने के लिए आर्डर दिया गया है लेकिन इसके बाद भी सौर प्लांट को ठीक नहीं किया जा सका है।


क्षेत्र के  मकानों में लगाई गई होम लाइट भी हो गई खराब
बता दें कि गांवों में जो मकान प्लांट से दूर थे वहां सौर प्लांट से कनेक्शन देना संभव नहीं था तो ऐसे 25 सौ परिवारों के मकानों में होम लाइट के लिए एक बैटरी, एक सोलर प्लेट और चार बल्ब लगाए गए, लेकिन उनकी भी क्वालिटी खराब थी और वे भी अधिकतर घरों में खराब हो गए हैं जबकि इसे 2018 में ही लगाया गया था। इसके बाद इसे भी दुरुस्त नहीं किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट और होम लाइट जिस भी कंपनी या फर्म ने लगाया है उससे मरम्मत कराया जाना चाहिए।
मोबाइल चार्ज कराने ग्रामीण जाते हैं दूसरे गांव
जहां एक ओर पूरी दुनिया ऑनलाइन जमाने के साथ है वहीं यहां कई परिवारों के पास मोबाइल फोन है लेकिन बिजली नहीं होने के कारण मोबाइल फोन बंद रहता है। इसके कारण वे फोन कर एम्बुलेंस को भी नहीं बुला पाते हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि यहां के अधिकतर गांवों में कोई भी मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता है। इसके कारण आपातकाल में लोग गांव से दूर पहाड़ पर जाकर नेटवर्क मिलने पर बात करते हैं।


केरोसिन और आग के सहारे पढ़ाई घर में रखे टीवी भी पड़े हैं बंद
इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि सौर प्लांट जब लगा था तब उन्हें उम्मीद थी कि अब गांव रोशन रहेगा लेकिन क्रेडा विभाग द्वारा सही तरीके से मेंटेनेंस नहीं करने के कारण प्लांट बन्द हो गया। हालात यह है कि यहां बच्चे दिन भर गाय बैल चराते हैं तो रात में बिजली नहीं होने से पढ़ाई नहीं कर पाते वहीं कुछ बच्चे जिनके माता पिता जागरूक हैं वे केरोसिन की ढिबरी जलाकर पढ़ाई करते हैं। वहीं यहां जंगली जानवरों का डर बना रहता है क्योंकि चारों तरफ जंगल है और राष्ट्रीय गुरुघासीदास अभयारण्य का इलाका है। कई परिवारों ने टीवी खरीदा लेकिन अब बिजली के अभाव में टीवी  भी बंद रहता है।
इस महीने में रायपुर से नई बैटरी पहुंच जाएगी, ओवरलोड से खराबी

क्रेडा के सूरजपुर जिले के उप अभियंता कृष्ण मोहन प्रशांत का कहना है कि रामगढ़ गोटिया पारा का बैटरी आर्डर हो गया है दीपावली होने से नहीं आ पाया दीपावली के दो-तीन दिन बाद लग जाएगा बिहारपुर इलाके में जहां और प्लांट खराब हैं वहां बैटरी खराब हुई हैं। इसके लिए आर्डर हो गया है। इस महीने के भीतर रायपुर से बैटरी आ जाएगी। सूरजपुर जिले के सभी साइडों के लिए बैटरी मंगाई गई है। और वही महुली के पहाड़ पारा का इनवर्टर जो खराब हुआ है उसके लिए हम लगे हुए हैं अग्नि कंपनी वाले आने वाले थे लेकिन दीपावली होने के कारण नहीं आए जैसे हमारे पास इनवर्टर आता है तत्काल लगा दिया जाएगा।

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