[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”Listen to Post”]
बलरामपुर।उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में गर्मी का प्रकोप बरस रहा है। इस गर्मी से सिर्फ़ इंसान ही नहीं बल्कि नन्हें-नन्हें पक्षी भी परेशान हैं। गर्मी को देखते हुए राजपुर स्वर्णकार समाज के द्वारा गेउर हरीतिमा में पक्षियों के लिए पेड़ो पर मिट्टी के बर्तन में पानी और खाने के लिए अनाज की व्यवस्ता कर प्रत्येक दिन शाम-सुबह पक्षियों को निरीक्षण कर रहें हैं।
स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष सुरेश सोनी ने कहा कि हर साल गर्मी के मौसम में न जाने कितने पक्षी प्यास और Heatstroke का शिकार हो कर जान दे देते हैं। हम यदि एक छोटी-सी कोशिश करें थोड़ी-सी मानवता दिखाएं और अपने घर-ऑफ़िस, पेड़ो में आने वाले पक्षियों के लिए पानी और आश्रय का प्रबन्ध करें तो गर्मी के कारण होने वाली पक्षियों की मौत में काफ़ी कमी आ सकती है यही सोच के साथ यह पहल की गई है।
स्वर्णकार समाज के उपाध्यक्ष रामआशीष सोनी के कहा कि पक्षियों के लिए रोज़ पानी अनाज रख कर उनकी जान बचाएं। अपने घर की बालकनी और आंगन में आप पक्षियों के लिए पानी रख सकते है। ध्यान रहे कि प्लास्टिक या स्टील के बर्तन में पानी न रखें। धूप में इन बर्तनों का पानी बहुत गर्म हो जाता है। मिट्टी के बर्तन में पानी रखना सबसे अच्छा होता है। इन बर्तनों की नियमित सफ़ाई करते रहें ताकि पक्षी रोगों से दूर रहें। आप अपने ऑफ़िस में भी अपने सहयोगियों के साथ मिल कर वहां पानी रख सकते हैं जहां पक्षी आते हों अगर आपके घर के आस-पास पक्षी कम आते हैं तो आप उन्हें बुलाने की व्यवस्था करें।
स्वर्णकार समाज के सचिव अनिल सोनी ने कहा गर्मी के मौसम को देखते हुए स्वर्णकार समाज के द्वारा पक्षियों के लिए पेड़ो पर मिट्टी के बर्तन में पानी के साथ हम उनके लिए खाना भी रख रहे हैं उन्हें ज़्यादा भटकना नहीं पड़ेगा।पक्षी बहते पानी की आवाज़ से आकर्षित होते हैं। इससे वो न सिर्फ़ आकर्षित होते हैं बल्कि बहते पानी में नहाने से उन्हें गर्मी से राहत मिलती है। प्रकृति ने पक्षियों के शरीर को इस तरह बनाया है कि वो गर्मियों का सामना कर सकें। पक्षियों को पसीना नहीं आता उनके चेहरे पर नग्न त्वचा होती है उनका श्वसन तंत्र भी तुलनात्मक रूप से तेज़ होता है। पक्षियों की कुछ प्रजातियां अपने रक्त प्रवाह को भी नियंत्रित कर सकती हैं जिससे शरीर को ठंडा रखने में मदद मिलती है।इस दौरान राजकुमार सोनी, शंभू सोनी, रंजीत सोनी, संतोष सोनी, सजंय सोनी, राकेश सोनी, शुभम सोनी, रविशंकर सोनी, बृजमोहन सोनी, रमेश सोनी, शकंर सोनी, शंकर सोनी, जयेश सोनी, शिबू सोनी आदि उपस्थित थे।