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नई दिल्ली (जेएनएन)। संसद के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। इस सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष सदन में लगातार हंगामा कर सदन की कार्रवाई को बाधित कर रहा है। निलंबित सांसदों के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे शोर शराबे के चलते सदन की कार्रवाई को कई बार रोकना पड़ा है। विपक्ष जहां कह रहा है कि इस पर सांसद माफी नहीं मांगेंगे तो वहीं सरकार और दोनों सदनों के अध्यक्ष चाहते हैं कि सांसदों को माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि शोर-शराबे की वजह से विपक्ष के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि अब कहा जा रहा है कि सरकार सदन की कार्रवाई को सुचारू रूप से चलाना चाहती है। सरकार की कोशिश है कि विभिन्न बिलों को पारित किया जाए। इसके लिए सांसदों को चेतावनी देकर छोड़ने पर भी विचार कर रही है। इसकी पहल लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से की गई है। सरकार की कोशिशों के चलते ही लोकसभा में एक बिल को पारित कर दिया गया। राज्यसभा में गुरुवार को बहुप्रतीक्षित बांध सुरक्षा विधेयक, 2019 लंबी चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। विधेयक को पुनर्विचार के लिए प्रवर समिति के पास भेजे जाने का विपक्ष का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया, जिसके लिए मतविभाजन कराना पड़ा।