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नई दिल्ली (एएनआई)। समूचा उत्तरी भारत इन दिनों शीतलहर की चपेट में है। उत्तरी भारत के मैदानी इलाके पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से कड़ाके की ठंड झेल रहे हैं। वहीं दिल्ली एनसीआर के राज्यों की बात करें तो यहां हवा में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में पहुंचा हुआ है। सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फारकास्टिंग रिसर्च (सफर) के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्तर से गंभीर श्रेणी के बीच रिकार्ड किया गया है। सफर के ताजा डाटा के मुताबिक बुधवार की सुबह ये 385 पर रिकार्ड किया गया है।
वहीं नोयडा और गुरुग्राम में हवा में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। नोयडा में जहां आज सुबह एक्यूआई का स्तर 507 रहा है वहीं गुरुग्राम में 319 रहा है। बता दें कि हवा में प्रदूषण के स्तर को मापने की अलग-अलग श्रेणियां हैं। इसके मुताबिक 0-50 के बीच बेहतर, 51-100 के बीच संतोषजनक, 100-200 के बीच माड्रेट, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच बेहद खराब और 500 से ऊपर में गंभीर श्रेणी का होता है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक उन्होंने वायु प्रदूषण के स्तर को मापने के लिए 11 जिलों में अलग-अलग टीम बनाई गई हैं जो विभिन्न इलाकों में जाकर वायु प्रदूषण के स्तर को माप रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आज से दिल्ली के मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। आज आसमान में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत का कहना है कि अगले आठ दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इसके चलते तापमान में तीन से चार डिग्री बढ़ोतरी होगी। 26-27 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है। 27 से 29 दिसंबर के बीच दिल्ली के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। बर्फबारी की बात करें तो उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में हुई बर्फबारी की वजह से उत्तर भारत में ठिठुरन बढ़ गई है।