बलरामपुर: बलरामपुर जिले के राजपुर सहित आसपास के क्षेत्र इन दिनों शीतलहर ठंड की चपेट में है. अब शीतलहरी चुभन वालीं ठंड का एहसास सभी करने लगे है.रविवार व सोमवार को सरगुजा शहर का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक जिरकर 7 डिग्री तक पहुच गया था. छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाला मैनपाठ व सामरी पाठ का तापमान 5 डिग्री तक पहुच गया है. जिला बलरामपुर में 7 डिग्री तक पहुच गया है. वनांचल क्षेत्रो के आदिवासी, पंडो जनजाति , राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाने वाले पहाड़ी कोरवा अब अलाव जला कर तरजगा करने में विवष है.

जिला बलरामपुर क्षेत्र में 7 डिग्री पारा आ गया हैं दिन में भी पारा घट रहा है. वही वनांचल क्षेत्र के जंगलों में रहने वाले राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र, पण्डो जनजाति , आदिवासी ग्रामीण पूरी रात अलाव के सहारे जीवन यापन कर रहे हैं. सुबह – शाम घर से निकलना मुश्किल हो गया है. सुबह स्कूल आने-जाने वाले छात्र- छात्राओं को भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है . रात व सुबह कड़ाके की ठंड के साथ रात गुजर रही है. कडकड़ाते ठंढ के साथ पहाड़ी कोरवा, पंडो जनजाति व आदिवासियों को तरजगा करने में विवष है. शीतलहरी हवाओं के साथ पारा गिरने से कृषकों का फसल को नुकसान पहुच रहा हैं. सुबह हरा सब्जी व खलिहान में रखे पुआल में पारा जमा हुआ दिखाई पड़ रहा है.

राजपुर नगर पंचायत के द्वारा कड़ाके की ठंड को देखते हुए अभी तक अलाव की व्यवस्था नही की गई है. बस स्टैंड, पेट्रोल पम्प, महुआपारा हॉस्पिटल प्रांगण व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भीड़ लगी रहती है. यात्रियों व मरीजो को ठंड में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कड़ाके की ठंड पड़ रही है पुरा दिन ग्रामीण धूप व अलाव का सहारा ले रहे है.

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