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बलरामपुर। बलरामपुर जिले के राजपुर सहित आसपास के क्षेत्र इन दिनों शीतलहर ठंड की चपेट में है। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।

जिले में पहुच रही है शुष्क हवाओं की वजह से अब शीतलहरी चुभन वालीं ठंड का एहसास सभी करने लगे है। शनिवार- रविवार- को सरगुजा शहर का तापमान जिरकर 4 डिग्री तक पहुच गया।छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाला मैनपाठ व सामरीपाठ का तापमान 4 डिग्री तक पहुच गया है।

बलरामपुर जिले में 5 डिग्री तक पहुच गया है। वनांचल क्षेत्रो के आदिवासी, पंडो जनजाति,राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाने वाले पहाड़ी कोरवा अब अलाव जलाकर तरजगा करने में विवस है। ठंड के कारण पक्षियों की मौत हो रही है। धुंध के कारण वाहन चालक वाहन की लाइट व पार्किंग लाइट जलाकर चलते रहे।बलरामपुर जिले में  न्यूनतम तापमान 5 डिग्री गिरावट दर्ज की गई हैं।

दिन में भी शीतलहरी चुभन वाली ठंड का एहसास सभी करने लगे है। वही वनांचल क्षेत्र के जंगलों में रहने वाले  राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र, पण्डो जनजाति ,आदिवासी ग्रामीण  पूरी रात अलाव के सहारे जीवन यापन कर रहे हैं।

सुबह-शाम घर से निकलना मुश्किल हो गया है। रात-सुबह कड़ाके की ठंड के साथ रात गुजर रही है। कडकड़ाते ठंढ के साथ पहाड़ी कोरवा, पंडो जनजाति व आदिवासियों को तरजगा करने में विवस है।

शीतलहरी हवाओं के साथ पारा गिरने से कृषकों की फसल को नुकसान पहुच रहा हैं। सुबह हरे सब्जी व खलिहान में रखे पुआल में पारा जमें हुए दिखाई पड़ रहा है। शीतलहरी चुभन वाली पूरे दिन में भी ठंड का एहसास हुआ।

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