नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में सागर जिले के एक गांव में एक ‘मृत’ व्यक्ति के सरपंच का चुनाव जीतने के बाद प्रशासन असमंजस में है। एक अधिकारी ने बताया कि देवरी तहसील के कजेरा गांव में सरपंच पद की उम्मीदवारों में से एक रवींद्र ठाकुर की 22 जून को हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई लेकिन उसका नाम एक जुलाई को मतदान के लिए मतपत्र में बना रहा क्योंकि मृतक के परिजन ने इसकी सूचना अधिकारियों को समय पर नहीं दी। सागर के जिलाधिकारी और जिला चुनाव अधिकारी दीपक आर्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ अगर हमें चुनाव से 72 घंटे पहले किसी उम्मीदवार की मौत की सूचना दी जाती है तो हम नए मतपत्र छापते हैं लेकिन इस मामले में मतदान दल के रवाना होने के बाद हमें सूचित किया गया।”

आर्य ने सोमवार को कहा, ‘‘ हमने राज्य चुनाव आयोग से राय मांगी है। 14 जुलाई को चुनाव के आधिकारिक घोषणा से पहले इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। मतगणना मतदान के दिन ही हुई थी। ”स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि गांव में 1,296 पात्र मतदाता हैं जिनमें से 1,043 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ठाकुर को 512 वोट मिले जबकि प्रतिद्वंद्वी चंद्रभान अहिरवार और विनोद सिंह को क्रमश: 257 और 153 वोट मिले जिससे मृत व्यक्ति 255 वोटों की अंतर से विजेता रहा।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!