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नई दिल्‍ली, पीटीआइ। दिल्‍ली से लखनऊ का सफर कुछ दिनों बाद महज साढ़े 3 घंटे में पूरा हो जाएगा। दरअसल, मोदी सरकार दोनों डेस्टिनेशन के बीच एक्‍सप्रेसवे लिंक डेवलप करने जा रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली और लखनऊ को जोड़ने के लिए एक नया एक्सप्रेसवे लिंक बनाया जाएगा, जिससे दोनों शहरों के बीच आने-जाने का समय कम होकर साढ़े तीन घंटे होने की उम्मीद है। गडकरी ने कहा कि प्रस्तावित नए एक्सप्रेसवे लिंक का शिलान्यास अगले 10-12 दिनों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमने दिल्ली और लखनऊ को सीधे जोड़ने की योजना बनाई है। गडकरी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कुशल परिवहन प्रणाली (आईटीएस) के उद्घाटन के दौरान आगे कहा कि यह भारत में स्मार्ट और ग्रीन हाईवे के एक नए युग की शुरुआत है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (डीएमई) जनता को समर्पित किया है। यह डीएमई 82 किलोमीटर लंबा है जो दिल्ली में सराय काले खां को मेरठ से जोड़ता है। एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को ढाई घंटे से घटाकर सिर्फ 45 मिनट कर देता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सरकार ने दुनिया की नवीनतम तकनीक का उपयोग करके हाईवे का निर्माण किया है। गडकरी ने ‘इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम कंट्रोल रूम’ का भी उद्घाटन किया, जो ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और डीएमई की निगरानी करेगा ताकि जनता सुरक्षित यात्रा का आनंद ले सके। इस व्यवस्था से एक्सप्रेस-वे पर होने वाले हादसों में कमी आएगी। हादसों और गलत साइड से वाहन चलाने वालों पर नजर रखने के लिए एक्सप्रेस-वे पर 150 कैमरे लगाए गए हैं। गडकरी ने कहा कि भारत को अपनी सड़क इंजीनियरिंग में सुधार करने की जरूरत है क्योंकि हर साल देश भर में 5 लाख दुर्घटनाओं में लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं। गडकरी ने कहा कि हाईवे गन्ना किसानों को अपने कृषि उत्पादों को चीनी मिलों और बाजारों तक आसानी से पहुंचाने में मदद करेंगे। इससे उनकी आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

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