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दिल्ली। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित उच्च स्तरीय टीम ने भी अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। गुरुवार को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज व यूपी कैडर के तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की टीम लखीमपुर खीरी के तिकुनिया पहुंची जहां अफसरों की टीम ने घटनास्थल का बेहद बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उस पूरे इलाके को सील कर दिया गया जहां पर 3 अक्टूबर को हिंसा की वारदात हुई थी।एसआइटी ने घटना वाले दिन क्या कुछ और कैसे हुआ था? इसके बारे में विस्तार से जांच पड़ताल की। साथ ही उस दिन मौके पर मौजूद उन पुलिसकर्मियों से भी लम्बी पूछताछ की जो इस घटना के चश्मदीद थे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा लखीमपुर हिंसा मामले की निगरानी के लिए गठित पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज राकेश कुमार जैन तिकुनिया घटनास्थल का मौका मुआयना करने पहुंचे। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसआईटी का हिस्सा बनाए गए तीन आईपीएस अफसर एसबी शिरोडकर, पदमजा चौहान और प्रीतिंदर सिंह भी घटनास्थल पहुंचे। ये था मामलाः लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में 3 अक्टूबर को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों और भाजपाइयों के बीच हुई हिंसा में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में मुख्य आरोपित केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र मुख्य आरोपित हैं और पिछले करीब सवा महीने से वह जेल की सलाखों के पीछे हैं। पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है अब तक इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।