अंबिकापुर: कुपोषण व एनीमिया से मुक्त होकर सेहतमंद बनने बच्चे व महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्रों से पौष्टिक गरम खिचड़ी व अंडा लेकर सेवन कर रहे है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा जिले में सुपोषण तुंहर द्वार कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत 6 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चे व एनीमिक महिलाओं को गरम खिचड़ी व उबला अंडा वितरित किया जा रहा है। इसके साथ ही व्यवहार परिवर्तन के लिए भी पहल किया जा रहा है।
कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले में पोषण तुंहर द्वार कार्यक्रम की शुरुवात की गई है। कार्यक्रम आयोजन के दौरान परियोजना अधिकारी, सेक्टर पर्यवेक्षक व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित हितग्राही के अभिभावकों, जनसमुदाय को गंभीर कुपोषण व एनीमिया के दुष्परिणाम व इससे मुक्त होने के उपाय बताया जा रहा है। इसके साथ ही बच्चां व महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनके अभिभावकों (सास-ससुर, माता -पिता)को आंगनबाड़ी केन्द्र बुलाकर खिचड़ी एवं अंडा से लाभान्वित किया जा रहा है। इस हेतु हितग्राही को टिफिन एवं खिचड़ी प्रदान किया जा है।
पोषण तुंहर द्वारा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पोषण आहार एवं पोषण व्यवहार परिवर्तन एवं योजना का अनुश्रवण करना है जिससे परिवार के अन्य सदस्य सास-ससुर, गर्भवती एवं गंभीर कुपोषित बच्चों से भावनात्मक रूप से जुड़ सकें और उनकी अच्छी तरह से देखभाल कर सकें।