आशीष कुमार गुप्ता
बतौली/ सेदम: आधुनिकता के दौर में भी परिजन 13 वर्षीय बुखार से पीड़ित बच्ची की घर में झाड़-फूंक करवाते रहें गंभीर अवस्था होने पर अपनाया अस्पताल का रुख आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में गुरुवार रात भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार दोपहर को बच्ची की मौत हो गई।
जशपुर जिले के बगीचा थाना अंतर्गत दुर्गापारा के ग्राम सरडीह निवासी कक्षा छठवीं की छात्रा सबीना कोरवा पिता जगेश्वर कोरवा उम्र 13 वर्ष की रविवार से तेज बुखार आ रहा था जिसे परिजन घर पर ही झाड़-फूंक करवाते रहें बुखार नहीं उतरने पर 4 दिनों के बाद परिजन गुरुवार रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में भर्ती कराया गया ।
जहां बच्ची की जांच करने पर बीपी ,शुगर भी कम हो गया था जिस की कमी दूर करने बच्ची को तत्काल इलाज स्वास्थ्य प्रबंधन के द्वारा की गई 13 वर्षीय बच्ची की हालत को ध्यान में रखते हुए उस पर निगरानी भी रखी गई थी शुक्रवार सवेरे बच्ची द्वारा चाय ब्रेड दिखाया गया था लेकिन दोपहर को अचानक तबीयत बिगड़ने पर बच्ची के शरीर में हलचल नहीं होने पर परिजनों ने डॉक्टरों को जानकारी दी गई जहां बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया।
सबीना कोरबा जशपुर के सामरबार स्कूल में कक्षा छठवीं की छात्रा थी परिजनों में जागरूकता की कमी होने पर बच्ची का झाड़ फूंक गांव में ही करवा रहे थे जिससे बच्ची की हालत और बिगड़ गई और इलाज के बाद भी बच्ची का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में ही मौत हो गया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्ची की मौत होने पर बीएमओ डॉक्टर संतोष सिंह ने कहां की बच्ची की हालात गंभीर था जिसे तत्काल इलाज संबंधी सभी सुविधाएं प्रदान की गई थी जिसका आज दोपहर अस्पताल में ही मौत हो गया बच्ची को सही समय पर अस्पताल में लाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी