मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में बड़वाह के पास काटकूट नदी में अचानक आई बाढ़ में 14 कारें बह गईं, इनमें से 3 कारें बहकर काफी आगे चली गई. दरअसल, इंदौर से आए कुछ परिवार नदी में पानी कम होने पर किनारे पर पिकनिक मना रहे थे तभी नदी में जलस्तर बढ़ गया. अचानक आई बाढ़ ने इन्हें संभलने का मौका ही नहीं दिया. सब जल्‍दबाजी में अपना सामान नदी में छोड़कर भाग गए. पानी के तेज बहाव में इनकी कारें और सामान तिनकों की तरह बह गया. पुलिस ने सोमवार को बताया कि इस घटना में हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

घटना रविवार दोपहर की है. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई जिन्‍होंने इन लोगों की मदद की. ट्रैक्टर और रस्सियों की मदद से नदी में फंसी कारों को निकाला गया. पुलिस के अनुसार, सुबह से इंदौर के लोग , महिलाओं और बच्चों के साथ पार्टी करने यहां आए थे, इसी दौरान ऊपरी क्षेत्र से अचानक नदी में पानी बढ़ गया. लोगों को कार निकालने का मौका ही नहीं मिल पाया. तीन गाड़ी बह गई हैं जबकि कुछ गाड़ियां पानी में फंसी हुई हैं.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि यह घटना रविवार शाम को बलवाड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के तहत काटकूट के जंगल में सुकड़ी नदी के पास उस वक्त हुई, जब इंदौर से आए लोगों का समूह वहां पिकनिक मना रहा था. ग्राम ओखला और आकया के समीप जंगलों में गिरे पानी के चलते यह बाढ़ आई और नदी के किनारे खड़ी की गईं कारें पानी में बह गईं. उन्होंने बताया कि जब लोग पिकनिक मनाने आए थे तब नदी में पानी कम था और कुछ लोग नदी के आसपास कार चला भी रहे थे. पिकनिक मना रहे इंदौर जिले के करीब 50 बच्चे, औरतें और युवक समय रहते ऊंचे स्थानों पर आ गए जिसके चलते उनकी जान बच गई. उन्होंने बताया कि रविवार को अक्सर इंदौर जिले से लोग ओखला के समीप हनुमान और शिव मंदिर के दर्शन करने तथा घने जंगलों में पिकनिक मनाने आते हैं. खरगोन के पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव ने क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया है कि वह पहाड़ी सुकड़ी नदी में अचानक आने वाली बाढ़ के बारे में बोर्ड लगवा दें ताकि पिकनिक मनाने वाले नागरिक सचेत रहें.

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