रायपुर: प्रदेश के अधिक मलेरिया संवेदी बस्तर संभाग के सभी सात जिलों में 28 नवम्बर से मलेरियामुक्त छत्तीसगढ़ अभियान संचालित किया जा रहा है। मलेरियामुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के नौंवे चरण में इन सभी जिलों में 15 लाख 92 हजार लोगों की मलेरिया जांच की जाएगी। यह अभियान 19 दिसम्बर तक चलेगा। इस दौरान मलेरिया की जाँच और इलाज के साथ ही इससे बचाव के लिये जन-जागरूकता संबंधी गतिविधियाँ भी चलाई जाएंगी। साथ ही लोगों को रोज मच्छरदानी के उपयोग के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा। चिन्हांकित गांवों में घर-घर मच्छर लार्वा सर्वेक्षण कर मच्छर उत्पन्न करने वाले स्रोतों को नष्ट किया जाएगा एवं पानी के समुचित रखरखाव व मच्छर से सुरक्षा के लिए लोगों को समझाईश दी जाएगी। घर के आसपास स्वच्छता बनाए रखने और मच्छरों को पनपने से रोकने के उपाय भी लोगों को बताए जाएंगे।

राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार ने बताया कि राज्य में मलेरिया नियंत्रण के लिए 28 नवम्बर से 19 दिसम्बर तक मलेरियामुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का 9वां चरण संचालित किया जा रहा है। इस दौरान बस्तर संभाग के 30 विकासखंडों के 2297 गांवों में 15 लाख 92 हजार लोगों की मलेरिया जांच का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 1654 सर्वे दलों का गठन किया गया है। अभियान के दौरान 125 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और 598 उप स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत मलेरिया की जांच व उपचार के लिए दल सक्रिय रहेंगे। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम और मितानिनें घर-घर जाकर मलेरिया की जांच करेंगी।

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