लखनऊ. प्रयागराज में अतीक अहमद ओर उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई है. हमलावार पत्रकार के भेष में मीडियाकर्मियों के साथ थे. तभी उन्होंने माफिया और उसके भाई पर हमला कर दिया. वहीं, इसे अतीक की हत्या को सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. जिसके माफिया की सुरक्षा में तैनात 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लिया है. सीएम योगी ने तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए. मुख्यमंत्री ने तीन सदस्य ज्यूडिशियल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए. तीनों हमलावर मौके पर पकड़े गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है
दरअसल, दोनों आरोपियों का मेडिकल जांच के लिए लाया गया था और इसी दौरान वहां मौजूद मीडिया से वे बात कर रहे थे, तभी अचानक से कुछ लोग आए और पहले तो उनलोगों ने अतीक के सिर में गोली मारी और फिर अशरफ पर भी फायरिंग की. बताया जा रहा है कि कुल 10 राउंड फायरिंग हुई है. इस हमले में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है. हमला करने से पहले कुछ लोगों ने नारेबाजी भी की थी. पुलिस ने बताया कि मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपी पत्रकारों की भीड़ के बीच से निकले और अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या करने के बाद अपने हाथों को ऊपर कर आत्मसमर्पण कर दिया.
घटना को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने बयान जारी करते हुए अतीक अहमद और अशरफ की मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी है. पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने कहा, तीन व्यक्ति मीडिया कर्मी बनकर आए थे और बाइट लेने के बहाने उन्होंने दोनों आरोपी भाईयों को गोली मार दी, तीनों को ही पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है. उनके नाम अभी नहीं बता सकते. इस गोलीबारी में मानसिंह नाम का एक कांस्टेबल भी घायल हुआ है.’
अतीक और अशरफ हत्याकांड के बाद प्रयागराज में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है. जिले में संवेदनशील एवं अति संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त कर रही है. किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए हर चौराहे पर पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है. प्रयागराज के लिए फतेहपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, बांदा और चित्रकूट से भारी पुलिस फोर्स रवाना किया जा चुका है.