12 फरवरी से 21 फरवरी तक रहेगा संतों का जमावड़ा,24 घंटे किया जाएगा भण्डारे का आयोजन
बलरामपुर।बलरामपुर जिले के विजयनगर के पिपरादादर में 12 फरवरी से श्री गणेश भैरव महायज्ञ के महा आयोजन को लेकर खाखी बाबा मठ हिगोली महाराष्ट्र केे यज्ञ सम्राट सीयाराम दास की अगुवाई में व्यापक तैयारियां की जा रही है। सरगुजा संभाग के इतिहास में पहली बार हो रहे इस 32 कुड़ीय महायज्ञ में देश-विदेश के संतों और नागाओं का समागम होगा। 21 फरवरी तक चलने वाले महायज्ञ में अनवरत भण्ड़ारे व प्रसाद का वितरण किया जाएगा।आयोजन समिति के अनुसार 12 फरवरी को प्रातः 10 बजे भव्य शोभा यात्रा एवं ध्वजारोहण के साथ 21 कुड़ीय श्री गणेश और 11 कुड़ीय भैरव महायज्ञ की शुरुआत होगी जो 21 फरवरी को पूर्णाहूति तथा महाभण्डारे केे साथ महा आयोजन का समापन होगा। इस दौरान दक्षिण कौशल पीठ के संत राजीव लोचन दास महाराज द्वारा रोजाना दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक भव्य संगीतमयी श्री राम कथा की अमृत वर्षा की जाएगी जबकि दूसरी ओर देश-विदेश सेे आए संतोें द्वारा प्रातः 10 बजे से 1:30 बजे तक विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार 13 फरवरी को नन्दी श्राद्ध, मंडप प्रवेश, देव स्थापना पूजन, मंडप पूजन, अहर्णिमंथन, हवन आरती, 14 फरवरी को प्रातः 6.30 बजे शिवाभिषेक, देव पूजन एवं रोजाना हवन व आरती की जाएगी। इस महायज्ञ के आखिरी दिन 21 फरवरी को पूर्णाहूति तथा महाभण्डारा किया जाएगा।
सियाराम दास की अगुवाई में हो रहा है महायज्ञ
श्री श्री 108 सियाराम दास महाराज के सानिध्य में 9 दिवसीय 32 कुंड़िया श्री गणेश भैरव महायज्ञ का आयोजन किया गया है। यहां बता दें कि सियाराम दास महाराज के सानिध्य में करीब 2 वर्ष पूर्व विशाल यज्ञ का आयोजन रामपुर में किया गया था जो क्षेेत्र का अब तक का सबसे बड़ा यज्ञ था। श्री गणेश भैरव महायज्ञ को लेकर पूरेे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया है। उनके सानिध्य में कवर्धा के कठौतियां, महेशपुर उदयपुर, रवेली कवर्धा, बेमेतरा, रामपुर में यज्ञ और विशाल भंडारे का आयोजन हो चुका है। इस महायज्ञ को लेकर सियाराम दास महाराज का आगमन पिपरादादर में हो गया है। उनके सानिध्य में रोजाना हवन, पूजन और भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
देश-विदेश के संतों का होगा समागम
सरगुजा संभाग में पहली बार होेनेे जा रहे 32 कुड़ीय श्री गणेश व भैरव महायज्ञ में देश व विदेश से सैकड़ों संतों व नागाओं का समागम होेगा। जिनके सानिध्य में श्रद्धालुओं को रोजाना विविध प्रसंगों पर प्रवचन भी सुनने को मिलेगा।
छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा भैरव महायज्ञ
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार भैरव महायज्ञ किया जा रहा है। इसे लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। बताया गया है कि इस महा आयोजन में मध्यप्रदेश, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का रेला शामिल होगा।
समिति ने दुकानदारों के लिए की निःशुल्क व्यवस्था
इस महा आयोजन में लगने वालेे मेला के लिए समिति ने यज्ञ स्थल से कुछ दूर फुटकर व्यवसायियों के लिए निःशुल्क जमीन और भोजन की व्यवस्था की है। यहां बता दें कि यज्ञ स्थल पर मेला भी लगेगा जिसमें दूर दराज के पूजा सामग्री व्यवसायी, खिलौना व्यवसायी और अन्य व्यवसायी अपनी दुकान लगाएंगे। इन व्यवसायियों लिए आयोजन समिति ने निःशुल्क भोजन और दुकान लगाने के लिए निःशुल्क जमीन की व्यवस्था भी की है।