अंबिकापुर: राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर के भूगोल विभाग के 41 में स्थापना दिवस के अवसर पर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से पधारे प्रोफेसर व्ही .के. राय ने कहा कि भूगोल एक समग्र और अन्तर्सम्बंधित क्षेत्र का अध्ययन है जो कि विभिन्न स्तरों पर स्थानिक संरचनाओं में होने वाले परिवर्तनों के अध्ययन से जुड़ा हुआ है । वर्तमान में भूगोल में जो नवीन तकनीक के अनुप्रयोग का प्रचलन बढ़ा है उसे रिमोट सेंसिंग तथा जी आई एस कहा जाता है। पृथ्वी के दिन प्रतिदिन के बदलते स्वरूप को समझने के लिए उपग्रह प्रणाली आधारित डाटा एवं कंप्यूटर आधारित सॉफ्टवेयर महत्वपूर्ण हो चला है। भूगोल को व्यवहारिक एवं वैज्ञानिक विषय की श्रेणी में रखने के लिए गणितीय मॉडल कंप्यूटर मॉडल भी तेजी से विकसित हो रहे हैं और भूगोल में इनका समावेश हुआ है। भूगोल के शोध छात्रों एवं स्नातकोत्तर छात्रों को रोजगार तभी संभव होगा जब हम नवीन प्रौद्योगिकी का ज्ञान भी विकसित करें।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ बिलासपुर बिलासा कॉलेज से पधारे भूगोल की प्राध्यापक कावेरी दाभडकर ने कहा कि विषय की बेहतर ढंग से समझ बढ़ाने के लिए संदर्भ पुस्तकों का अध्ययन आवश्यक है। भूगोल में संदर्भ पुस्तकों की कोई कमी नहीं है। इंटरनेट की सामग्री को सावधानी से चयन करना आवश्यक है ।भूगोल विषय मानचित्रो के लिए जाना जाता है अतः मैपिंग प्रैक्टिस के बिना विषय का ज्ञान वास्तव में अधूरा है।व्याख्यान माला का उद्घाटन करते हुए विभाग के प्राध्यापक डॉ अनिल सिन्हा ने कहा किसी भी विषय का महत्व तभी है जब वह गतिशील प्रवृत्ति का होने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी से समृद्ध हो। विषय में सम्मिलित होने वाले नवाचारों को समझना आज की आवश्यकता है।
इस अवसर पर भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ आरके जायसवाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा की सरगुजा क्षेत्र के इस महाविद्यालय में वर्ष 1983 में भूगोल विषय प्रारंभ हुआ था,और आज वह दिवस है जिस दिन शासन से इस विषय को खोले जाने की अनुमति मिली थी और मेरी प्रथम पदस्थापना भी यहां की गई थी।कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभाग की प्राध्यापिका प्रोफेसर दीपिका स्वर्णकार ने आज के दिवस की प्रासंगिकता तथा विद्वान प्राध्यापको की उपस्थिति को इस विभाग के लिए महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर मां सरस्वती के फोटो चित्र पर माल्यार्पण करते हुए स्नातकोत्तर भूगोल परिषद के अध्यक्ष कुमारी चंचल गुप्ता सचिव पंकज तिवारी ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया। व्याख्यान माला के अवसर पर विभाग के अतिथि प्राध्यापक ओमकार कुशवाहा तथा शासकीय महाविद्यालय लखनपुर से पधारे प्रोफेसर प्रेमचंद यादव तथा स्नातकोत्तर भूगोल के दोनों कक्षाओं के सभी छात्र उपस्थित रहे।