उत्तर प्रदेश: यूपी के जालौन जिले के कोटरा थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां बेतवा नदी के किनारे सोमवार शाम 5 दोस्त पिकनिक मनाने सला घाट गए थे, जहां वे पानी देखकर नहाने लगे। जब स्थानीय लोगों ने उनकी स्कूटी और बाइक पर कपड़ों के साथ जूते-चप्पल रखे देखे और नदी व आसपास लड़के कहीं नजर नहीं आए तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर आई कोटरा पुलिस ने लड़को के बारे में पता किया और परिजनों को सूचना दी।
घटना उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर कोटरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सला घाट की है,यहां अक्सर स्थानीय लोग पिकनिक और सैर सपाटे के लिए बेतवा नदी के किनारे आते रहते हैं। सोमवार दोपहर को पांच दोस्त बुंदेला पुत्र प्रदीप, कनिष्क पुत्र कल्याण सिंह, शिवा पुत्र रमाकांत और कोमिषय पुत्र महेंद्र पाल, हेमंत पुत्र कनिष्क पिकनिक मनाने के लिए गए। जहां सभी साथी नहाने के लिए बेतवा नदी में नहाने गए और अपना सामान नदी किनारे ही गाड़ियों पर मोबाइल कपड़ों के साथ जूते चप्पल रख दिए। आने वाले स्थानीय लोगों को कोई नहाते हुए नजर नहीं आया तो उन्हे अनहोनी की आशंका के चलते मौके पर आसपास के लोग जमा हो गए और लड़कों की खोजबीन की पर उनका कहीं पता ना चला। जिसके बाद कोटरा पुलिस को मौके पर बुलाया गया।
पुलिस ने बेतवा नदी के सला घाट पर चार लड़कों के डूबने की आशंका के चलते स्थानीय गोताखोरों को नदी में उतारा और गाड़ी नंबर से लापता लड़कों के घर वालों को खबर दी गई। सभी मृतक बघोरा उरई के रहने वाले थे। मौके पर आए घरवालों ने उनके कपड़ों और जूते चप्पल की पहचान की। पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को लड़कों की खोज के लिए बुलाया गया 20 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक-एक कर पांचों के शव बेतवा नदी से निकाले गए। फिर एसडीआरएफ ने मंगलवार दोपहर 12 बजे तक पांचों शव नदी से बरामद कर लिए गए। पुलिस ने पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीओ सिटी गिरजाशंकर त्रिपाठी ने बताया कि लापता लड़कों की तलाश के लिए गोताखोरों के एसडीआरएफ की टीम को उतारा गया था और एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मेहनत कर पांचों युवकों के शव को बरामद कर लिया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।