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अम्बिकापुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर शुरू की गई बेरोजगारी भत्ता योजना पढ़ाई कर रहे एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। योजना का लाभ लेकर बेरोजगार युवा खुद को प्रशिक्षित कर रहे हैं और प्रशिक्षण उपरांत नौकरी हासिल कर आर्थिक रूप से स्वावलंबी भी बन रहे हैं।
अंबिकापुर में रहने वाली सुभद्रा मिंज व स्टेला लकड़ा किराए में रहकर पढ़ाई कर रही हैं। बेरोजगारी भत्ता मिलने से पुस्तक, कॉपी, पेन ,प्रतियोगी पुस्तकें व परीक्षा फॉर्म भरने में काफी मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमें अब आर्थिक रूप से परिजनों पर आश्रित नहीं रहना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बेरोजगारी भत्ता का प्रयोग वो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर रही हैं ।
इसी तरह उमेश चौधरी लखनपुर निवासी ने बताया कि बेरोजगारी भत्ता मिलने से वह अपने हिसाब से पढ़ाई लिखाई की सामग्री खरीदने में प्रयोग कर रहा है जिससे उसे पढ़ाई में परेशानी नहीं हो रही है।
आज इनके जैसे ही 50 युवाओं को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के हाथों प्रशिक्षण पूरा करने के बाद नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ है और अब ये अपनी स्वयं की आर्थिक जरूरतें पूरी करने के लिए सक्षम हो चुके हैं। नियुक्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद प्रशिक्षित युवाओं ने कहा कि वो अपने स्किल में और सुधार लाएंगे ताकि आगे चलकर वो और भी बड़ा लक्ष्य हासिल कर सकें।
गौरतलब है कि बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत सरगुजा जिले के 3 हजार 76 आवेदक बेरोजगारी भत्ता हेतु पात्र पाये गये हैं जिन्हें 1 करोड़ 42 लाख 15 हजार का भुगतान किया गया है। सरगुजा जिला 92.4 फीसदी बेरोजगारी भत्ता आवेदनों के निराकरण के साथ पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।