चेन्नई: राज्य सरकार की अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा आयकर शराब से ही आता है। राज्य सरकारों के बजट का बड़ा हिस्सा शराब से होने वाली आय पर निर्भर करता है। वहीं दक्षिण के एक राज्य में राज्य सरकार लगभग 500 शराब की दुकानें बंद करने पर विचार कर रही है। तमिलनाडु सरकार ने 500 शराब की दुकानें बंद करने के लिए सर्वे शुरू किया है।



अधिकारियों ने बताया कि राज्य के आबकारी विभाग ने मंगलवार को तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (टीएएसएमएसी) की 500 शराब की दुकानों को बंद करने के लिए एक सर्वेक्षण शुरू किया। बिजली, मद्यनिषेध और आबकारी मंत्री वी. सेंथिल बालाजी ने कुछ दिनों पहले विधानसभा में एक बहस के दौरान कहा था कि राज्य में 500 शराब की दुकानों को बंद करने के लिए कदम उठाए गए हैं।



बताया गया है कि पूजा स्थलों, स्कूलों, कॉलेजों के पास टीएएसएमएसी की दुकानों और कम आय अर्जित करने वाली दुकानों की पहचान सर्वेक्षण के जरिए की जाएगी और फिर उन्हें बंद करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। तमिलनाडु में राज्य सरकार के निकाय टीएएसएमएसी के स्वामित्व वाले 5329 रिटेल आउटलेट हैं, और इनमें से 500 को बंद कर दिया जाएगा।



सेंथिल बालाजी ने यह भी कहा था कि जब से द्रमुक सरकार सत्ता में आई है, 96 टीएएसएमएसी आउटलेट बंद कर दिए गए हैं। मंत्री के अनुसार, पूजा स्थलों, स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के पास चल रहीं इन दुकानों को बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2022-23 के लिए टीएएसएमएसी शराब की बिक्री 44,098.56 करोड़ रुपये को छू गई है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान बिक्री के आंकड़े 36,050.65 करोड़ रुपये थे, जिसमें 27 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई थी।

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