नई दिल्ली: रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला लिया है, जिसके बाद से ही 500 और 1000 रुपये के नोटों को लेकर कई तरह की खबरें सामने आने लगी थी. आरबीआई के गवर्नर ने आज सुबह को 500 और 1000 रुपये के नोटों (1000 rupees note) को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इसके बाद में पीटीआई ने भी ट्वीट करके नोटों की सच्चाई के बारे में बताया है. बता दें साल 2016 में हुई नोटबंदी और हाल ही में सर्कुलेशन से बाहर हुए 2000 रुपये के नोट के बाद में लोगों के मन में कई तरह की चिंता देखने को मिल रही है.
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि 500 रुपये के नोट को वापस लिए जाने का कोई भी प्लान नहीं है. यह पूरी तरह सर्कुलेशन में रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि आरबीआई फिलहाल अभी 1000 रुपये के नोट को फिर से जारी करने नहीं जा रही है. इस तरह का सरकार का कोई भी प्लान नहीं है.
RBI not thinking of withdrawing Rs 500 notes, or re-introducing notes in Rs 1,000 denomination; request public not to speculate: RBI Guv
— Press Trust of India (@PTI_News) June 8, 2023
मीडिया को संबोधित करते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि उन्होंने कहा 31 मार्च, 2023 तक 3.62 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट चलन में थे. अबतक 1.80 लाख करोड़ रुपये के नोट वापस आ चुके हैं.’ उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के करीब 85 प्रतिशत नोट बैंक अकाउंट में जमा किए जा रहे हैं, बाकी नोटों को छोटे नोटों से बदला जा रहा है.
बता दें साल 2016 में नोटबंदी के बाद नकदी की कमी की भरपाई के लिए 2,000 रुपये का नोट लाया गया था. इसके साथ ही उस समय पर 500 रुपये के भी नए नोट जारी किए गए थे.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जिसके पास भी 2,000 रुपये का नोट है वह उसे अपने बैंक अकाउंट में जमा कर सकता है या किसी दूसरे नोट से बैंक में जाकर बदल सकता है. बैंकों को 2,000 का नोट बदलने के लिए जरूरी व्यवस्था करने की सलाह दी गई है. उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि 30 सितंबर की समयसीमा तक 2,000 के ज्यादातर नोट वापस हो जाएंगे.’