बलरामपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर बीएमओ डॉक्टर राम प्रसाद तिर्की को ज्ञापन सौंप 21 मार्च से जा रहे हैं रायपुर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर कार्य प्रभावित होगा।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष दशरथ कुमार जायसवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ. रामप्रसाद तिर्की को ज्ञापन सौंप कहा कि स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ द्वारा कांग्रेस के जनघोषणा पत्र मे शामिल मांग वेतन विसंगति कोविड काल में विशेष कोरोना भत्ता एवं अन्य जायज मांगो को लेकर शासन-प्रशासन स्तर अनेक बार पत्राचार किया गया है। किन्तु आज पर्यन्त तक मांगो के संबंध में शासन-प्रशासन स्तर पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिये जाने के कारण, अनिश्चितकालीन प्रांतव्यापी आंदोलन 21 मार्च 2022 से राजधानी में प्रस्तावित है।ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको कि वेतन विसंगति दूर करते हुए विभागीय प्रस्ताव अनुसार वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 2200 को संशोधित करते हुए विभाग के समकक्ष योग्यताधारी कैडर के अनुरूप वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 2800 प्रदान की जाए।
स्वास्थ्य विभाग में नेत्र सहायक को नेत्र सहायक अधिकारी पशु विभाग में सहायक पशु चिकित्सा को सहायक पशु चिकित्सा एवं क्षेत्र अधिकारी, कृषि विभाग मे ग्राम सेवक को ग्रामीण कृषि एवं विस्तार अधिकारी एवं शिक्षा विभाग में शिक्षाकर्मी वर्ग 1/2/3 को व्याख्याता / प्राध्यापक /सहायक शिक्षक कर कर्मचारीयों का सम्मानित पदनाम देकर उनका मनोबल बढ़ाया गया है। प्रदेश में लगभग 5200 उप स्वास्थ्य केंद्र है, जिनको वर्तमान में हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में अपोड किया जा रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्रों में प्रारंभ से ही प्रसव, टीकाकरण, सामान्य ओ.पी.डी. के साथ समस्त प्रकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम संपादित होते हैं। मरीजो का आना जाना नियमित होता है, किन्तु सफाई कर्मचारी के न होने से यहां कर्मचारीयों को स्वयं के व्यय से शासकीय भवन कि देख-रेख एवं नियमित सफाई करवाना पड़ता है। वार्ड आया के होने से नियमित सफाई के साथ प्रसव कार्य में भी सहयोग होगा एवं  शासन कि मंशानुरूप समस्त स्वास्थ्य केंद्र स्वच्छ एवं साफ सुथरा होगा एवं वेलनेस सेंटर में कलेक्टर दर पर एक वार्डआया कि नियुक्ति किया जाए।ऑनलाईन डाटा एंट्री के कार्य हेतु अलग से प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि 5000 रुपए निर्धारित किया जाए। अतिरिक्त मानदेय निर्धारित नहीं करने है। कि स्थिति में प्रशिक्षित पीएंडीए के माध्यम से ऑनलाईन डाटा एंट्री कार्य लिया जाए। ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक नर्सिंग संवर्ग के कर्मचारी है। शैक्षणिक योग्यता में एवं प्रशिक्षण के दौरान ऑनलाईन डाटा एंट्री या कम्प्यूटर ज्ञान का कोई उल्लेख नहीं है।स्वयं से ऑनलाईन डाटा एंट्री कार्य हेतु अतिरिक्त प्रशिक्षण के साथ-साथ अपने निजी समय में परिवार के अन्य सदस्य के मदद से कार्य करना होता है। हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थ सीएचओं के इंसेटीव के आधार पर स्वास्थ्य संयोजको के मासिक इंसेटीव मे वृद्धि किया जाए। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थ सीएचओ एवं आरएमए द्वारा पूर्ण कालिक एवं अंशकालीन सेवा प्रदान किया जा रहा है, चूंकि हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्य कि प्रगति एवं उपलब्धि अनुसार सीएचओ का इंसेटीव प्रतिमाह 12 से 18 हजार रूपये निर्धारित है वही स्थास्थ्य संयोजकों को प्रतिमाह 1000 रूपये अधिकतम इंसेटीव देय होता है, जबकि अंशकालीन सेवा देने वाले सीएचओ एवं आरएमए द्वारा सप्ताह में 2 दिन सेवा देकर पूर्ण इसेंटीव प्राप्त कि जा रही है। जबकि निर्धारत कार्य उपलब्धि का संपूर्ण कार्य प्रसव, टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्य एवं अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रम शत प्रतिशत ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको के द्वारा संपादित किए जाते है। ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको कि इंसेटीव प्रतिमाह 3000 रुपए निर्धारित किया जाये। विगत कोरोना काल में सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष कोरोना भत्ता प्रदान किया जाए। प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य संयोजक विगत दो साल से बिना अवकाश के कार्य कर रहे है। प्रदेश में नियमित टीकाकरण कर प्रदेश कि जनता का सुरक्षित करने में अहम भूमिका अदा किए जाए।

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