रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। यह मतदान रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा संभाग की तस्वीर तय कर देगा। इस बार चुनावी रण में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों ने इस बार नए चेहरों को टिकट देने पर ज्यादा जोर दिया है, लेकिन जहां तक भरोसे की बात है तो भाजपा ने ऐसे चेहरों पर कांग्रेस की तुलना में इस बार ज्यादा भरोसा जताया है।
भाजपा ने 47 सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं जो कि कुल विधानसभा सीटों 90 का 52 प्रतिशत है। इनमें भी 37 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी आयु 50 वर्ष से कम है। वहीं कांग्रेस 32 नए चेहरों पर दांव खेला है, जो कुल सीटों का लगभग 34 प्रतिशत है। इस चुनाव में जहां पुराने दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है वहीं नए चेहरों की भी परीक्षा होगी।
गौरतलब है कि प्रदेश की 20 विधानसभा सीटों पर सात नवंबर को 78 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार महिलाओं को टिकट देने के मामले में कांग्रेस भाजपा से आगे निकल गई है। कांग्रेस ने जहां 18 महिलाओं को टिकट दिया है, वहीं भाजपा ने 15 महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है।
प्रदेश के 90 विधानसभा सीटों में से शेष बची जिन 70 सीटों पर शुक्रवार को चुनाव होना है। इनकी 75 प्रतिशत सीटों पर कांग्रेस के विधायक काबिज हैं। 70 में से 52 सीटों पर कांग्रेस,13 पर भाजपा, तीन सीटों पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) और बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक हैं। यह चुनाव राज्य के पांच में से चार संभागों में होगा। जिसमें रायपुर संभाग की 20 सीट, दुर्ग संभाग की 12, बिलासपुर संभाग की 24 और सरगुजा संभाग की 14 सीटें शामिल हैं।
बस्तर की 12 और दुर्ग की आठ सीटों के लिए सात नवंबर को मतदान हो चुका है, जबकि दूसरे चरण में सरगुजा संभाग में भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती है। सरगुजा की 14 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं, ऐसे में कांग्रेस अपनी सीटों को बरकरार रखना चाहेगी, वहीं भाजपा ने अपनी खोई हुई सीटों पर वापसी के लिए ताकत झोंक दी है। इसी तरह दुर्ग संभाग की कुल 20 में से बची हुई 12 सीटों पर चुनाव होना है जहां पर 11 सीटें कांग्रेस के पास है। एक सीट वैशाली नगर भिलाई की भाजपा खाते में थी मगर वर्तमान में वहां के विधायक के निधन के बाद से यह सीट रिक्त है।
बिलासपुर संभाग की वर्तमान राजनीतिक समीकरण देखें तो यहां विधानसभा चुनाव 2018 में कुल 24 सीटों में से 13 कांग्रेस के खाते में गई थी, सात भाजपा के पास, दो बसपा और दो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ(जे) के पास हैं। ऐसे में यहां भी भाजपा का जनाधार कम है।रायपुर संभाग की 20 सीटों पर अभी 14 सीट कांग्रेस के पास, पांच भाजपा और एक सीट जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के पास है।