बलरामपुर: बलरामपुर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के समक्ष 9 नक्सलियों ने बंदूक के साथ आत्मसमर्पण किया।पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज राम गोपाल गर्ग के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के मार्गदर्शन में पुलिस द्वारा नक्सलियों के विरूद्ध लगातार सर्विंग अभियान चलाए जा रहे हैं। लगातार चलाए जा रहे अभियानों के दौरान पूर्व में बलरामपुर पुलिस द्वारा थाना सामरीपाठ क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा पुलिस बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जमीन के अंदर प्लांट किए गये भारी मात्रा में आई.ई.डी. एवं अन्य विस्फोटक सामाग्री बरामद किया गया है, पुलिस की नक्सलियों के विरुद्ध लगातार की जा रही कार्यवाही एवं सर्चिंग अभियानों के दबाव एवं थाना सामरीपाठ क्षेत्रांतर्गत ग्राम पुन्दाग एवं भूताही मोड़ में नवीन कैम्प खुलने तथा नक्सल क्षेत्रों में सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत पहुंच विहिन नक्सल क्षेत्रों में लगातार चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों से प्रभावित होकर पूर्व में कुल 07 नक्सली आत्मसमर्पित किये थे जिससे प्रभावित होकर आज 09 पुरुष नक्सली, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के समक्ष आत्मसमर्पण किये हैं।

आत्मसमर्पित किये नक्सलियों में सभी पुन्दाग, पचफेड़ी, चुनचुना, पिपरदाबा जिला बलरामपुर के निवासी हैं। सभी नक्सली, नक्सली कमाण्डर स्पेशन एरिया कमेटी सदस्य विमल यादव के टीम एवं रिजनल कमेटी कम्पनी कमाण्डर नवीन यादव, शेखर कोरवा, जगदीश बूढ़ा, विनय,बीरसाय, रवि आदि कमाण्डर के साथ मिलकर काम किये हैं। सुनवा कोरवा द्वारा 1 कि.ग्रा. के लगभग आई.ई.डी. विस्फोटक एवं मिथलेश, अजय व जंगली कोरवा द्वारा भरमार बंदूक कुल 03 नग के साथ आत्म समर्पण किया गया है।

आत्मसमर्पित किए गए नक्सलियों का नाम ?

01. अखिलेश उर्फ अजय कोरवा पिता दिनवा कोरवा उम्र 32 वर्ष निवासी चुनचुना पचफेड़ीपारा थाना सामरीपाठ।

02. अखिलेश कोरवा उर्फ मिथलेश पिता जितन कोरवा उम्र 25 वर्ष निवासी चुनचुना पचपेड़ीपारा थाना सामरीपाठ।

03. जंगली कोरवा उर्फ विक्रम पिता जुगेन्द्र कोरवा उम्र 29 वर्ष निवासी पुन्दाग।

04. बीरसाय कोरवा उर्फ वीरसाय पिता बंधन कोरवा उम्र 33 वर्ष निवासी चुनचुना पचफेड़ी थाना सामरीपाठ।

05. दिनेश कोरवा उर्फ दिनेश पिता गोगमा कोरवा उम्र 26 वर्ष निवासी पुन्दाग तिलयाहीांडपारा थाना सामरीपाठ।

06. जय प्रकाश कोरवा उर्फ निर्मल पिता जेठवा कोरवा, उम्र 18 वर्ष साकिन चुनचुना पचपेड़ीपारा थाना सामरीपाठ।

07. झालू कोरवा उर्फ प्रवीण पिता एतवा कोरवा उम्र 30 वर्ष निवासी चरहू थाना सामरीपाठ।

08. जवाहिर सिंह पिता कमलेश सिंह जाति भैरवार उम्र 27 वर्ष निवासी पुन्दाग थाना सामरीपाठ।

09. सुनवा कोरवा पिता जोखना कोरवा उम्र 50 वर्ष निवासी पीपरावा थाना सामरीपाठ।

आत्मसमर्पण किए नक्सलियों ने आपबीती बताई ?

01. अखिलेश उर्फ अजय कोरवा पिता दिनवा कोरवा उम्र 32 वर्ष निवासी चुनचुना पचफेड़ीपारा थाना सामरीपाठ मैं चुनचुना का रहने वाला हूँ, कक्षा 5वीं तक पुंदाग आश्रम में रहकर पढ़ा हूँ। सन् 2008 में भारत कम्युनिष्ट माओवादी पार्टी में चला गया था, मुझे पार्टी वाले दबाव बनाकर, डरा धमकाकर अपने साथ ले गये थे उस समय कमाण्डर विनय, शेखर, जगदीश, विश्वनाथ, रवि और गांव से मेरे साथ बीरसाय था। वर्ष 2017-18 में पार्टी छोड़कर भाग कर आ गया मेरा हथियार सेमी रायफल था, जिसे पार्टी में छोड़कर भागा था पूर्व में एक बार पहले भी भाग कर आया था। एक साल बाहर था पार्टी वाले मुझे फिर ले गये ट्रेनिंग 01 माह का बूढ़ा पहाड़ में किया हूँ, जहाँ नक्सली कैम्प करते हैं, वहां आई.ई.डी. गड्ढ़ा खोदकर लगाते थे मुझे काले रंग का ड्रेस मिला था। बूढ़ा पहाड़ में गड्ढा खोदे हैं, जहाँ बम लगा होगा, मैं जानता हूँ। 01 नग भरमार बंदूक के साथ आत्मसमर्पण कर रहा हूँ।

02. अखिलेश कोरवा उर्फ मिथलेश पिता जितन कोरवा उम्र 25 वर्ष निवासी चुनचुना पचपेड़ीपारा थाना सामरीपाठ मैं पचपेड़ी का रहने वाला हूँ कक्षा 5वीं तक पढ़ा हूँ। वर्ष 2018 में – भारत कम्युनिष्ट माओवादी कम्पनी में गया था, जहाँ कमाण्डर नवीन जी थे। मुझे ट्रेनिंग के बाद टेड़गी (एके 47) हथियार दिये थे एक बार धोके से संत्री ड्यूटी के समय एक गोली चल गया था। पार्टी में नगेन्द्र, सन्तु , उज्वल, विमल इत्यादि थे। वर्ष 2020 में खाना, रहना में दिक्कत होने के कारण एवं घर में अकेला सदस्य होने से पार्टी छोड़कर आ गया। पार्टी में आई.ई.डी. के लिये गड्ढा खोदने का काम एवं संत्री का काम कराया जाता था। 01 नग भरमार बंदूक के साथ आत्म समर्पण कर रहा हूँ।
03. जंगली कोरवा उर्फ विक्रम पिता जुगेन्द्र कोरवा उम्र 29 वर्ष निवासी पुन्दाग थाना – सामरीपाठ मैं पुन्दाग का रहने वाला हूँ कक्षा 5वीं तक पुन्दाग में पढ़ा हूँ। वर्ष 2008 में खेती-बाड़ी व बकरी चराने का काम करता था जब मैं पढ़ाई कर रहा था तब से भारत कम्युनिष्ट माओवादी पार्टी के लोग गांव में आते थे और गांव में मीटिंग करते थे। वर्ष 2017 में अचानक मुझे विमल कमाण्डर एवं उसका टीम जबरन लेकर चले गये थे और मुझे वहां ट्रेनिंग करवाये एक सप्ताह बाद 315 हथियार और 50 गोली दिये थे। टीम में 15 लोग थे। गांव से मैं और गोदम 15 के टीम में थे। वर्ष 2020 तक मैं टीम में था। टीम के सदस्यों में वर्ष 2020 में बन्दरचुंवा से भूताही के बीच रोड बनाने वाली मशीन जे.सी.बी. इत्यादी को जलाये थे। मैं उस दिन नहीं था। पीपरदाबा वाले रास्ते में मेरे सामने 05-06आई.ई.डी. बम लगाये थे, जिसमें गड्ढा खोदने का काम में किया हूँ, मुझे वर्दी नहीं दिये थे उस समय पार्टी में विमल, बबलू, शीतल, कारू, विरेन्द्र कोरवा, अमन, बुटन, गुड्डू कोरवा, अरविन्द बूढ़ा थे। रहने खाने, सोने की दिक्कत होने से हथियार सेन्टर में छोड़कर मैं वर्ष 2020 में भागकर आलमपुर बिहार ईट भट्ठा में चला गया था। मेरे साथ गोदम भी भागा था। उसके बाद ससुराल बहेराटोली से विशाखापट्नम चला गया। वर्ष 2020-21 से गांव में लुक-छिप कर रह रहा हूँ। 101 नग भरमार बंदूक के साथ आत्म समर्पण कर रहा हूँ।

04. बीरसाय कोरवा उर्फ बीरसाय पिता बंधन कोरवा उम्र 33 वर्ष निवासी चुनचुना पचफेड़ी थाना सामरीपाठ मैं कक्षा 09वीं तक पढ़ा हूँ 5वीं कक्षा पचपेड़ी से तथा 8वीं कक्षा पुंदाग से पढ़ा हूँ। 9वीं कुसमी से पढ़ा हूँ। वर्ष 2012 में भा०क०पा० माओवादी पाटी में शामिल हुआ। 02 साल तक काम किया हूँ उस समय लीडर विनय, शेखर, रवि, विश्वनाथ, डब्लू कोरवा इत्यादि थे। पार्टी में मुझे काला वर्दी मिला था एवं हथियार 315 व 303 मिला था। पार्टी में खाना बनाना, बम गाइने के लिये गड्ढ़ा खोदने का काम करता था। पार्टी वाले हमलोगों से पुलिस के आने-जाने के रास्ते में बम लगाने के लिये गड्ढ़ा खोदवाते थे। वर्ष 2012 में लातेहार में पुलिस मुठभेड़ में एक साथी रविन्द्र नगेशिया तुमेरा में मुठभेड़ में मारा गया था। तब से पार्टी छोड़कर आ गया।

05. दिनेश कोरवा उर्फ दिनेश पिता गोगमा कोरवा उम्र 26 वर्ष निवासी पुब्दाग तिलयाहीटांड़पारा थाना सामरीपाठ मैं पुन्दाग का रहने वाला हूँ कक्षा 2री तक पढ़ा हूँ। 03 भाई 03 बहन हैं खेती-बाड़ी व बकरी चराने का काम कर रहा था। वर्ष 2017 में नक्सली मुझे जबरन लेकर चले गये थे। भारत की कम्युनिष्ठ माओवादी पार्टी में गया था जिसका कमाण्डर बीरसाय, अमन, सन्तु, मनीश तथा गांव का जवाहिर, प्रमोद कोरवा, सवना थे। पहले गया तो 5 महिना पार्टी में रहा फिर भागकर घर वापस आ गया। पार्टी वाले फिर लेने आये तो 5 महिना 15 दिन पार्टी वालों के साथ रहा और फिर भागकर आ गया में नक्सलियों का ट्रेनिंग नहीं किया हूँ। ड्रेस नहीं दिये थे। मुझे हथियार कभी-कभी देते थे एवं आई.ई.डी. गाड़ने के लिये गड्ढ़ा खोदने, बंकर बनवाने, संत्री, राशन दोने का काम करवाते थे। पार्टी में खाना ठीक से नहीं खा पाते थे सो नहीं पाते थे। परिवार से मुलाकात नहीं हो पाता था, पुलिस का हमेशा डर रहता था जिस कारण से मैं पार्टी को छोड़कर भागकर आ गया।

06. जय प्रकाश कोरवा उर्फ निर्मल पिता जेठवा कोरवा, उम्र 18 वर्ष निवासी चुनचुना पचपेड़ीपारा थाना सामरीपाठ कक्षा 5वीं तक पढ़ा हूँ 3 साल पहले मैं कम्यूनिष्ट पार्टी माओवादी के कमाण्डर विमल, सन्तु, अमल, उज्वल के साथ था जो लोग मुझे जबरन ले कर गये थे। पार्टी में मैं 3 साल तक मैं रहा हूँ। मैं छोटा था इसलिये मेरे से खाना बनवाला, आई.ई.डी. के लिये गड़दा खोदवाने का कार्य कराते थे। पार्टी में खाना-पीना ठीक नहीं मिलता था, नींद भी पूरा नहीं होता था। माँ-बाप का याद आता था। जिस कारण से मैं पार्टी छोड़कर भाग गया। मुझे बन्दूक नहीं दिये थे। 7. झालू कोरवा उर्फ प्रवीण पिता एतवा कोरवा उम्र 30 वर्ष साकिन चरहू याना सामरीपाठ मुझे माओवादी कम्युनिष्ठ पार्टी वाले वर्ष 2021 में बुलाकर अपने साथ ले गये थे। मैं कमाण्डर विमल के दस्ते में चलता था, जिसके टीम करीब 14-15 लोग थे मेरे से पार्टी वाले जहाँ भी विश्वास करते थे वहां पर संत्री ड्यूटी का काम कराते थे तथा कैम्प बूढ़ा पहाड़ में आने पर खाना बनाना बस लगाने के लिये गड्ढ़ा खोदना, तथा सामान रखने के लिये बंकर बनाने का काम कराते ये मैं पिछले साल पार्टी छोड़कर भाग गया। वहां मुझे पुलिस से मारे जाने का डर लगता था तथा पाटी में अच्छा खाना-पीना एवं रहने की व्यवस्था नहीं होती थी। जिस कारण से मैं पार्टी छोड़कर भाग गया। एके 47 बंदूक देकर संत्री ड्यूटी कराते थे। – –

08. जवाहिर सिंह पिता कमलेश सिंह जाति खैरवार उम्र 27 वर्ष निवासी पुन्दाग याना सामरीपाठ में कक्षा 5वीं तक पढ़ा हूँ। वर्ष 2017 में रात के समय नक्सली पार्टी माओवादी मेरे घर आये थे और नक्सली कमाण्डर विमल, मनीश, अमन, कुन्दन एवं अन्य सभी ये जो मुझे डरा धमका कर बूढ़ा पहाड़ ले गये थे जहाँ पर मेरे से पार्टी के लिये खाना बनवाते थे तथा पहाड़ में ही दम लगाने के लिये गड्ढा खोदने का काम कराते थे। मैं नक्सलियों का ट्रेनिंग नहीं किया हूँ फिर भी रात्रि को मेरे से संत्री ड्यूटी 303 रायफल देकर कराते थे। मैं मुठभेड़ में मारे जाने के डर से तथा अच्छा 1-पीना नहीं मिलने के कारण पार्टी को छोड़कर वर्ष 2018 में भागकर घर आ गया। पार्टी और खाना-1 पुलिस के डर से मैं ईट भट्ठा में काम करने के लिये आलमपुर बिहार चला गया था।

09. सुनवा कोरवा पिता जोखना कोरवा उम्र 50 वर्ष निवासी पीपरदाबा याना सामरीपाठ मुझे वर्ष 2021 में माओवादी कम्यूनिष्ठ पार्टी के कमाण्डर विमल, अमन, बीरसाय सभी अपने दस्ता के साथ मिले थे तथा मुझे जबरन हमलोग के साथ चलो कहकर ले जाने लगे तब मैं मना किया तब मुझे धमकी दिये कि तुम्हारे घर को आग लगा देंगे तब मैं उनके डर से चला गया। बूढ़ा पहाड़ में ले जाकर पार्टी वाले मेरे से पार्टी का खाना पीना बनवाते थे और आने-जाने वाले रास्ते में बम लगाने के लिये गड्ढ़ा खोदवाते थे वहां पर मुझे खाना-पीना ठीक से नहीं मिलता था तथा बहुत ज्यादा काम कराते थे। जिस कारण से मैं वहां से भागकर जनवरी में घर वापस आ गया कि.ग्रा. के लगभग आई.ई.डी. विस्फोटक के साथ आत्मसमर्पण कर रहा हूँ।
इस कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) प्रशांत कतलम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील नायक, उप पुलिस अधीक्षक (नक्सल ऑप्स) डी.के. सिंह, थाना प्रभारी सामरीपाठ उप निरीक्षक अर्जुन यादव, प्रधान आरक्षक जेम्स लकड़ा, प्रधान आरक्षक विजय टोप्पो, आरक्षक अनिल तिग्गा, आरक्षक भीम तिर्की, सहायक आरक्षक धर्मेन्द्र सोनी का योगदान रहा।

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