जशपुर: जशपुर पुलिस ने बीती रात “ऑपरेशन शंखनाद” के तहत एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए गौ-तस्करी में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने लोरो घाटी के पास काईकछार में तस्करों का पीछा कर एक जलते हुए ट्रक से 14 जीवित और 6 मृत गौ-वंश को सुरक्षित निकाला। इस दौरान आरोपियों का वाहन तेज़ी से भागने की कोशिश करता हुआ दुर्घटनाग्रस्त हुआ, और वाहन में आग लग गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पाया और पशुओं की जान बचाई।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि तस्कर बगीचा से झारखंड की ओर मवेशियों की तस्करी कर रहे हैं। एसडीओपी बगीचा दिलीप कुमार कोसले के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और तस्करों के वाहन को रोकने के लिए लोरो घाटी में बेरिकेटिंग की गई। ट्रक का पीछा करते समय उसके पहिये फटने के बाद वाहन में आग लग गई और तस्कर वाहन को छोड़कर भागने लगे। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया, जबकि बाकी तीन आरोपियों को बाद में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 14 जीवित और 6 मृत गौ-वंश बरामद किए, साथ ही तस्करी में प्रयुक्त आयसर ट्रक वाहन को भी जप्त किया। जशपुर थाने में आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषि पशु संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी घोषणा की है कि तस्करी में उपयोग किए गए वाहनों की राजसात की जाएगी और वाहन मालिक को भी सह-आरोपी बनाया जाएगा।
“ऑपरेशन शंखनाद” के तहत अब तक 58 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 106 आरोपियों से 694 गौ-वंश जप्त किए गए हैं और 35 वाहन जिनकी कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये है, जप्त किए गए हैं। पुलिस ने 16 वाहनों को राजसात कर लिया है, और शेष प्रक्रियाधीन हैं।