नई दिल्ली। पहली बार गणतंत्र दिवस के बजाय देश के बाल पुरस्कार आगामी 26 दिसंबर को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के अवसर पर दिए जाएंगे। इस बार पुरस्कृत होने वाले सभी 17 बच्चों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सम्मानित करेंगी।यह सम्मान सिर्फ वीरता के लिए ही नहीं बल्कि कला-संस्कृति, अन्वेषण, विज्ञान व तकनीकी, समाज सेवा, खेल और पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भी दिए जाएंगे। हालांकि इस समारोह का मुख्य केंद्र ‘वीर बाल दिवस’ ही होगा।

17 बच्चों को मिलेगा पुरस्कार

केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ने मंगलवार को एक बयान जारी करके बताया कि भारत के बच्चों की उपलब्धियों और साम‌र्थ्य को सम्मानित करते हुए आगामी गुरुवार को वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रव्यापी गतिविधियों के लिए इस साल 14 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार समारोह में सात श्रेणियों में उल्लेखनीय योगदान के लिए सात लड़कों और दस लड़कियों को सम्मानित किया जाएगा।

पुरस्कार जीतने वाले बच्चों को एक पदक, एक सर्टीफिकेट और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री पीएम मोदी भी उपस्थित रहेंगे। वीर बाल दिवस का राष्ट्रीय कार्यक्रम दिल्ली के भारत मंडपम में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुपोषित पंचायत योजना का उद्घाटन करेंगे, जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर पोषण सुरक्षा को मजबूत करना है। कार्यक्रम में बच्चों के नेतृत्व में विविध संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करने वाला मार्च-पास्ट भी होगा। 3500 बच्चे इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।

जानकारी के अनुसार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस का राष्ट्रीय कार्यक्रम राजधानी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी सुपोषित पंचायत योजना का उद्धाटन करेंगे। इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर पोषण सुरक्षा को मजबूत करना है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में बच्चों के नेतृत्व में कई संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करने वाला मार्च पास्ट का आयोजन भी किया जाना है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!