सूरजपुर: कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देश पर जिले के 54 उपार्जन केंद्रों का भौतिक सत्यापन करने के लिए जिला स्तरीय दल गठित किया गया। इसी क्रम में खाद्य अधिकारी संदीप भगत और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी उमा रानी सिंह द्वारा प्रेमनगर (चंदननगर) उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया गया।
जांच के दौरान स्टॉक में 85553 बोरों में 34235.50 क्विंटल धान होना चाहिए था, लेकिन मात्र 66892 बोरों में 26756.80 क्विंटल धान पाया गया। इस प्रकार 18661 बोरों में 7478.7 क्विंटल धान की कमी मिली, जिसकी अनुमानित कीमत 1 करोड़ 72 लाख 1 हजार 10 रुपये है। इसके अलावा, केंद्र में 5272 नए खाली बारदाने अतिरिक्त पाए गए।
जांच के समय आदिम जाति सेवा सहकारी समिति प्रेमनगर के खरीदी प्रभारी ठाकुर प्रसाद अनुपस्थित थे। अन्य कर्मचारियों में प्रसाद, कंप्यूटर ऑपरेटर कुलदीप सर्वटे, बारदाना प्रभारी लवांग सिंह, तौल प्रभारी पवन सिंह, और चौकीदार देवेन्द्र जायसवाल की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इन सभी के खिलाफ प्रकरण तैयार कर कलेक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है।
इस धान घोटाले ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है, और दोषियों पर जल्द कड़ी कार्रवाई की संभावना है। कलेक्टर ने सभी उपार्जन केंद्रों पर नियमित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।