सूरजपुर: आज 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कलेक्टर एस जयवर्धन ने संयुक्त जिला कार्यालय सूरजपुर परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर ध्वजारोहण किया और सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमें हर अवसर पर गणतंत्र दिवस की पावन स्मृति को याद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी दिन 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था।
उन्होने कहा कि हम सभी को सक्षम, आत्मनिर्भर और अनुशासित रहना चाहिए। संविधान देश के लिए, परिवार के लिए रीति और परंपराएं तो सभी संस्थाओं, कार्यालयों के लिए नियम और अनुशासन होता है जो उनके विकास की राह तय करती है। उन्होंने कहा कि हम सभी को टीम भावना से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता है हम सभी को अपने ईमानदारी से काम करना चाहिए। अपने आप को सक्षम बनाए और कर्मठता से कार्य करें। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने जिम्मेदारियों को जनता और राष्ट्र के प्रति समझना होगा तभी देश का बेहतर रूप में विकास संभव हो पाएगा।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमको हमेशा मन में देशभक्ति की भावना रखते हुए राष्ट्र हित में कार्य करना चाहिए। देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के अथक प्रयास और शहादत से हमें यह आजादी मिली है। आज हमारा देश विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित है। हमें देश के विकास में कार्यरत रहते हुए इस लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में हमेशा संलग्न रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी प्रकार के भेदभाव से बचाने और न्याय दिलाने के लिए संविधान के द्वारा हमारे अधिकारों को संरक्षित किया गया है। वहीं संविधान में कर्तव्यों का उल्लेख कर देश के लोकतंत्र की रक्षा एवं देश के निरंतर विकास के लिए देश के नागरिकों की जिम्मेदारिया भी तय की गई हैं।
कलेक्टर एस जयवर्धन ने कहा कि जिले का कार्यभार जिला के समस्त अधिकारियों पर है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि हम सब मिलकर जिले के सभी वर्ग के लोगों को सेवा प्रदान करें। जिला प्रशासन का संकल्प होना चाहिए कि हम ईमानदारी पूर्वक अपना कार्य संपन्न करें और जिले के विकास के लिए प्रयास करते रहें।
कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई। इस अवसर पर जिला प्रशासन के समस्त अधिकारी कर्मचारी एवं उनके परिजन एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।