जशपुर: जशपुर पुलिस ने एक बार फिर मानव तस्करी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कानके तहत कर्नाटक से दो नाबालिग बच्चियों को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
जानकारी के अनुसार थाना बागबहार क्षेत्र में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि 6 अक्टूबर 2024 को उसकी 15 वर्षीय बेटी और भतीजी अचानक घर से लापता हो गईं। पूछताछ में पता चला कि मनीराम (32 वर्ष), निवासी टांगरगांव नामक व्यक्ति काम दिलाने के बहानेदोनों को कर्नाटक ले गया। इसकी शिकायत पर थाना बागबहार पुलिस ने बीएनएस की धारा 137(2), 143(5) और 144(1) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस की तकनीकी टीम और मुखबिरों की मदद से दोनों नाबालिग बच्चियों के कर्नाटक में होने की सूचना मिली।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन में नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुस्कान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी के मार्गदर्शन में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम ने गुलमर्ग जिले के जयमर्गी थाना क्षेत्र में दबिश देकर दोनों बच्चियों को सकुशल बरामदकर लिया और आरोपी मनीराम को हिरासत में ले लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने बच्चियों के परिजनों को बिना बताए उन्हें कर्नाटक ले जाकर काम पर लगाना चाहा। सबूतों के आधार पर 31 जनवरी 2025 को आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
जशपुर पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान दो अन्य बच्चियोंका भी पता चला, जो जशपुर जिले की रहने वाली थीं और काम की तलाश में कर्नाटक पहुंची थीं। पुलिस ने उन्हें भी सकुशल वापस लाकर परिजनों को सौंप दिया। ऑपरेशन मुस्कानके तहत जशपुर पुलिस ने महज एक महीने में 24 गुमशुदा बच्चों को ढूंढ निकाला, जिनमें से 10 बच्चे झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों से बरामद किए गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने ऑपरेशन मुस्कान की सफलता पर पुलिस टीम को बधाई दी और कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी के नेतृत्व में कार्य कर रही टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
बच्चों की सकुशल बरामद करने में थाना प्रभारी बागबहार निरीक्षक सरोज टोप्पो, स ऊ नि हरिशंकर राम, प्रधान आरक्षक अरविंद साय पैंकरा, आरक्षक यशवंत कुजूर की सराहनीय भूमिका रही है।